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Wednesday 21 November 2018 05:18:36 PM
लखनऊ। राज्यपाल राम नाईक ने डॉ एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय के वास्तुकला संकाय के नवनिर्मित शैक्षिक भवन ‘पंडित दीनदयाल उपाध्याय’ का लोकार्पण किया और कहा कि प्रदेश के 28 विश्वविद्यालयों में से 24 विश्वविद्यालयों को किसी न किसी महापुरुष का नाम दिया गया है, इसलिए जिन संस्थानों को जिन महापुरुषों का नाम मिला है, वहां के पुस्तकालय में उनके जीवन से जुड़े साहित्य और दर्शन अवश्य उपलब्ध होने चाहिएं, ताकि वहां के विद्यार्थी अपने महापुरुषों के जीवन दर्शन और उनके विचारों को जान सकें एवं उससे शिक्षा लेकर अपने जीवन को सार्थक दिशा दे सकें। उन्होंने कहा कि डॉ एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय के वास्तुकला संकाय के नवनिर्मित शैक्षिक भवन को ‘पंडित दीनदयाल उपाध्याय’ का नाम दिया गया है, जो एक गौरव की बात है।
राज्यपाल राम नाईक ने नवनिर्मित भवन का जिक्र करते हुए कहा कि आज जैसी आधुनिक मशीनें न होने के बावजूद दो-ढाई सौ वर्ष पहले बनी इमारतें आज भी खड़ी हुई हैं, जबकि नई तकनीक होने के बावजूद नवनिर्मित भवन 50-60 साल में ही खराब हो जाते हैं। उन्होंने चिंता के लहजे में कहा कि काम की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि वास्तुविदों के सामने यह एक चुनौती है कि मिली हुई शिक्षा का व्यवहार में कैसे उपयोग करें, इसपर विचार की जरूरत है। उन्होंने कहा कि तय समय एवं लागत में कार्य समाप्त न होने से जहां एक ओर बजट में बढ़ोतरी होती है, वहीं निर्माण में होने वाली देरी से समाज को भी उसका देर से लाभ मिलता है, सरकारी धन का अपव्यय होता है सो अलग, इस दृष्टि से ‘कास्ट ओवर रन’ और ‘टाइम ओवर रन’ पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है।
राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि डॉ अब्दुल कलाम सकारात्मक सोच के व्यक्ति थे और सफलता के लिए असफलता को भी एक पक्ष मानते थे, इसी प्रकार पंडित दीनदयाल उपाध्याय का जीवनवृत्त भी समाज को सतत काम करने की प्रेरणा देता है। राज्यपाल ने बताया कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय की प्रेरणा से उन्होंने झुग्गी-झोपड़ी में रहने वालों के लिए संघर्ष किया था। डॉ एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ विनय पाठक तथा प्राविधिक शिक्षा सचिव भुवनेश कुमार ने भी विचार व्यक्त किए। महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ वंदना सहगल ने स्वागत उद्बोधन दिया और विभागाध्यक्ष राजीव काके ने धन्यवाद ज्ञापित किया। राज्यपाल ने नवनिर्मित भवन का निरीक्षण किया और वहां एक पौधा भी रोपित किया। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश सरकार में प्राविधिक शिक्षामंत्री आशुतोष टंडन, विश्वविद्यालय के कुल सचिव नंदलाल, वरिष्ठ वास्तुविद, छात्र-छात्राएं और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।