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Sunday 25 November 2018 08:33:34 PM
अयोध्या। शिवसेना प्रमख उद्धव ठाकरे ने कहा है कि उनकी अयोध्या यात्रा सफल हुई है। उन्होंने कहा कि अयोध्या में भगवान श्रीराम का मंदिर बनाने के लिए इन चार साल में कोई भी प्रयास नहीं किया गया। उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र से बड़ी संख्या में शिवसैनिकों के साथ अयोध्या में भगवान श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए बुलाई गई विश्व हिंदू परिषद की विराट धर्मसभा में आए थे। अयोध्या में अपने दो दिन के प्रवास में उद्धव ठाकरे ने एक पंथ दो काज किए। धर्मसभा में वे जहां शिवसेना की प्रभावशाली भागीदारी से शिवसेना का राजनीतिक वातावरण विकसित करने में सफल हुए वहीं उन्होंने सपरिवार अयोध्या के संतों और महंतो का आशीर्वाद लिया। उन्होंने बड़े आध्यात्मिक भक्तिभाव से सरयू की आरती उतारी और रामलला के दर्शन किए।
उद्धव ठाकरे आज दोपहर अयोध्या से मुंबई प्रस्थान करने से पहले मीडिया से भी मुखातिब हुए और उन्होंने अयोध्या में अभी तक भगवान श्रीराम का मंदिर नहीं बनने के लिए भाजपा को दोषी ठहराया। उद्धव ठाकरे ने कहा कि चुनाव के दौरान तो लोग राम-राम करते हैं और उसके बाद आराम में चले जाते हैं। उद्धव ठाकरे ने केंद्र सरकार से कहा कि वह अध्यादेश लाए, कानून बनाए, श्रीराम मंदिर का निर्माण होना ही चाहिए। उद्धव ठाकरे ने कहा कि रामलला का मंदिर अभी तक नहीं बना इसका दुख है, रामलला के दर्शन करते समय मुझे इसका बहुत दुख हुआ। उन्होंने कहा कि श्रीराम लला के दर्शन करने जाते समय ऐसा लग रहा था कि जैसे मै मंदिर नहीं, जेल में जा रहा हूं। उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान राम का नाम लेना बंद किया जाए। उन्होंने कहा कि यदि श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए कोर्ट के फैसले का इंतजार है तो वो कहो या जनता को बताओ कि हम श्रीराम मंदिर नहीं बना सकते।
शिवसेना प्रमुख ने कहा कि शिवसेना हिंदुत्व के साथ है और आगे भी साथ देती रहेगी। उद्धव ठाकरे ने कहा कि बाला साहेब ठाकरे ने ही हिंदुओं में आत्मविश्वास पैदा किया है और देश में हिंदू पहले से ज्यादा मजबूत हुआ है। उद्धव ठाकरे ने कड़े और साफ लहजे में कहा कि अयोध्या में मेरा कोई छिपा एजेंडा नहीं है, लेकिन कहने वाले तो कहते हैं कि उद्धव ठाकरे ने श्रीराम मंदिर और हिंदुत्व पर महाराष्ट्र में अच्छे नंबर हासिल कर लिए हैं। बहरहाल उन्होंने कहा कि सरकार यदि चाहे तो मंदिर बन जाएगा, क्योंकि आज की सरकार बहुत मजबूत है, वैसे भी भाजपा के चुनाव घोषणापत्र में श्रीराम मंदिर निर्माण का संकल्प था। उन्होंने कहा कि आगे सरकार बने या ना बने श्रीराम मंदिर बनेगा और यह भी तय है कि श्रीराम मंदिर नहीं तो शायद दोबारा सरकार भी नहीं। उन्होंने कहा कि अभी संसद का एक सत्र बचा हुआ है, इसलिए केंद्र सरकार अध्यादेश लाए तो शिवसेना साथ देगी। उन्होंने कहा कि उन्हें अयोध्या में सबका सहयोग मिला और शानदार सुरक्षा प्रबंध के लिए उत्तर प्रदेश सरकार और पुलिस प्रशासन को भी धन्यवाद दिया।
गौरतलब है कि शिवसेना ने अयोध्या में धर्मसभा में अपनी भागीदारी के लिए जोरदार तैयारियां की थीं। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के प्रमुख सलाहकार और सांसद एवं सामना के संपादक संजय राउत एवं उद्धव ठाकरे के निजी सहायक और शिवसेना पक्ष प्रमुख मिलिंद के नार्वेकर, दोपहर के सामना के संपादक अनिल तिवारी ने शिवसेना के स्थानीय सैनिकों के साथ मिलकर शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के अयोध्या आगमन की मुकम्मल तैयारियां की थीं। महाराष्ट्र से दो विशेष रेलगाड़ियों से शिवसैनिक अयोध्या धर्मसभा में पहुंचे और अयोध्या में धर्मसभा में जोश भर दिया। खास बात यह रही कि जिन लोगों को वहां अशांति की आशंका नज़र आ रही थी, उनको शिवसैनिकों ने अपने अनुशासन से करारा जवाब दिया। वास्तव में धर्मसभा पर शिवसैनिकों का खासा प्रभाव दिखा, जिसे देखकर कहा जा रहा है कि अयोध्या के संत महंत शिवसेना से बहुत प्रभावित हुए।