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'उप्र पीएसी का 70 वर्ष का गौरवशाली इतिहास'

योगी ने किया पीएसी अधिकारियों व कार्मिकों को सम्मानित

पीएसी की तीन महिला बटालियन के गठन को भी दी मंजूरी

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Tuesday 18 December 2018 02:01:25 PM

chief minister honored pac officials

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि उत्तर प्रदेश पीएसी का 70 वर्ष का इतिहास गौरवशाली है, इस बल ने अपनी व्यावसायिक कार्यदक्षता और सेवाभाव से यह मुकाम हासिल किया। उन्होंने कहा कि सम-विषम परिस्थितियों में पीएसी ने अपनी कार्यकुशलता का परिचय दिया है, देश में इस प्रादेशिक बल की विशिष्ट पहचान है। मुख्यमंत्री ने ये विचार 35वीं वाहिनी पीएसी में आयोजित ‘पीएसी दिवस समारोह-2018’ को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि राज्य की विधि व्यवस्था को भी सुदृढ़ बनाए रखने तथा विभिन्न त्यौहारों, मेलों को सकुशल सम्पन्न कराने में पीएसी की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक वर्ष मानसून के दौरान पीएसी की बाढ़ राहत कम्पनियां बाढ़ से प्रभावित लोगों के जानमाल की सुरक्षा, बचाव तथा राहतकार्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। उन्होंने कहा कि एटीएस एवं एसटीएफ जैसे महत्वपूर्ण संगठनों में भी पीएसी के ही कमांडो तैनात हैं, जो स्वतः प्रमाणित करते हैं कि पीएसी एक सर्वोत्तम बल है।
मुख्यमंत्री योगी
आदित्यनाथ ने कहा कि राज्य सरकार ने 74 अक्रियाशील पीएसी कम्पनियों को पुनः क्रियाशील किए जाने की प्रक्रिया प्रचलित की है, पीएसी में महिलाओं को प्रतिनिधित्व देने के उद्देश्य से तीन महिला बटालियन के गठन को मंजूरी भी दे दी गई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार पीएसी की कार्यदक्षता को बढ़ाने के लिए हर सम्भव सहायता उपलब्ध कराएगी। इससे पहले कार्यक्रम स्थल पहुंचने पर मुख्यमंत्री को पीएसी कम्पनी ने परंपरागत तरीके से गार्ड ऑफ ऑनर दिया, जिसकी अगवानी उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह एवं अपर पुलिस महानिदेशक पीएसी आरके विश्वकर्मा ने की। पुलिस महानिदेशक ने भी समारोह को संबोधित किया और अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं की चौकसी, उग्रवाद के विरूद्ध अभियान, शांति व्यवस्था स्थापना, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण मतदान कराने में पीएसी की निष्ठा, निष्पक्षता, व्यवसायिक दक्षता जैसे पीएसी के बहुआयामी कर्तव्यों की प्रशंसा की और पीएसी बल की पहचान सर्वोत्तम बल के रूपमें की।
पीएसी दिवस समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समक्ष एसएसबी, आईटीबीपी एवं उत्तर प्रदेश पुलिस स्टेट बैंड ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। मुख्यमंत्री ने समारोह में 35वीं वाहिनी पीएसी लखनऊ के सेनानायक डॉ राकेश सिंह को सर्वोत्तम वाहिनी की चल वैजंती से पुरस्कृत किया। सर्वश्रेष्ठ कार्य का पुरस्कार सेनानायक 30वीं वाहिनी पीएसी गोंडा के अशोक कुमार वर्मा एवं सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी का नकद पुरस्कार एवं ट्राफी मुख्य आरक्षी प्रभाष श्रीवास्तव 12वीं वाहिनी पीएसी फतेहपुर को प्रदान किया गया। मुख्यमंत्री ने प्रदेशभर से पीएसी वाहिनियों के माध्यम से आयोजित प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया, जिसमें पीएसी, पुलिस विभाग में प्रयोग किए जा रहे शस्त्रों, बैंड उपकरण, जेनरिक दवाएं, एसडीआरएफ के उपकरण इत्यादि प्रदर्शित किए गए हैं।

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