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Saturday 5 January 2019 05:41:18 PM
रांची। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज झारखंड के पलामू में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 25,000 लाभार्थियों के ई-गृहप्रवेश, उत्तरी कोयल (मंडल बांध) परियोजना का पुनरोद्धार, कन्हर सोन पाइप लाइन सिंचाई योजना, विभिन्न सिंचाई प्रणालियों और इनसे जुड़ी आपूर्ति लाइनों के सुदृढ़ीकरण के लिए आधारशिला रखी। प्रधानमंत्री ने एक जनसभा को संबोधित किया और कहा कि ये परियोजनाएं कुल 3500 करोड़ रुपये की हैं और ये किसानों की आय बढ़ाने की दिशा में सरकार के प्रयास का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। उत्तरी कोयल परियोजना लगभग 47 वर्ष से अधूरी है, इसपर उन्होंने कहा कि यह किसानों के प्रति एक तरह की आपराधिक लापरवाही है। प्रधानमंत्री ने किसानों की समस्याओं का समाधान करने के लिए एक ईमानदार प्रयास करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने कहा कि दशकों से रुकी हुई 99 बड़ी सिंचाई परियोजनाओं को लगभग 90,000 करोड़ रुपये की लागत से फिर से शीघ्रता के साथ पूर्ण किया जा रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों को अन्नदाता मानने की व्यवहारिक दृष्टि के साथ उनके विकास की दिशा में दृढ़ता से कार्य कर रही है। प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार कृषि और किसानों के लिए एक नई सोच के साथ कार्य करते हुए कृषि से जुड़ी समस्याओं को मौलिक रूपसे हल करने की कोशिश भी कर रही है। उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना के अंर्तगत दिए जा रहे 25,000 आवासों का उल्लेख करते हुए कहा कि इसका उद्देश्य 2022 तक सभी के लिए आवास प्रदान करना है। प्रधानमंत्री ने इस योजना की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि यह योजना किस प्रकार पूर्व में शुरु की गई इसी तरह की योजनाओं से अलग है। उन्होंने कहा कि अब लाभार्थियों का चयन अधिक पारदर्शी तरीके से किया जाता है और लाभार्थियों के चयन के बाद ऑनलाइन पंजीकरण, लाभार्थी के बैंक खाते का सत्यापन करके प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण किया जाता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत निर्मित घरों की गुणवत्ता की निगरानी के लिए एक नई प्रणाली विकसित की गई है, इसमें फोटोग्राफी और भू-टैगिंग शामिल हैं, आवासों में बिजली, खाना पकाने की गैस का कनेक्शन और शौचालय की सुविधा भी उपलब्ध है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इन आवासों के वैकल्पिक डिजाइन भी उपलब्ध हैं और आवासों के क्षेत्र को बढ़ाया गया है, घर के निर्माण में स्थानीय सामग्रियों का उपयोग करने का भी प्रयास किया जाता है। उन्होंने कहा कि निर्माण की गति में तेजी लाते हुए लगभग 1.25 करोड़ घर पांच वर्ष से भी कम समय में बनाए गए हैं। उन्होंने कहा कि एक घर के निर्माण के औसत समय में कमी आई है और यह अब आवास का निर्माण 18 महीने की जगह 12 महीने में पूरा हो जाता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि लाभार्थी के खाते में अब चार किस्तों में 1.25 लाख रुपये पहुंच रहे हैं, जबकि इससे पूर्व यह धनराशि केवल 70,000 रुपये हुआ करती थी। प्रधानमंत्री ने कहा कि गरीबों के सशक्तिकरण की दिशा में आवास एक साधन है, आजादी के बाद पहली बार सरकार अब मध्यम वर्ग की आवास जरूरतों पर काम कर रही है और उन्हें वित्तीय सहायता के साथ-साथ ब्याज पर भी राहत दी जा रही है। उन्होंने कहा कि तीन महीने पहले झारखंड से शुरू की गई प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना आज लाखों गरीबों को चिकित्सा सहायता प्रदान कर रही है, पहले 100 दिन में छह लाख से अधिक लोग इससे लाभांवित हुए हैं और आज लगभग रोज 10,000 व्यक्ति लाभांवित हो रहे हैं।