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Saturday 19 January 2019 01:35:27 PM
गांधीनगर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गांधीनगर में महात्मा गांधी प्रदर्शनी सह सम्मेलन केंद्र में वाइब्रेंट गुजरात के 9वें संस्करण का उद्घाटन किया। सम्मेलन में उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति शौकत मिरजियोयेव, डेनमार्क के प्रधानमंत्री लार्स लोक रासम्युसिन, चेक गणराज्य के प्रधानमंत्री आंद्रेज बबिज और माल्टा के प्रधानमंत्री डॉ जोसेफ मस्कट तथा बड़ी संख्या में राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय उद्योगजगत के प्रतिनिधि शामिल हुए। प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर वाइब्रेंट गुजरात सम्मेलन के बारे में कहा कि राष्ट्र प्रमुखों की उपस्थिति से यह एक वैश्विक मंच बन गया है, इससे यह सिद्ध होता है कि अंतर्राष्ट्रीय सहयोग केवल राष्ट्रीय राजधानी तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका विस्तार राज्यों की राजधानियों तक हो गया है। उन्होंने उद्योगजगत के प्रतिनिधियों और कंपनियों को भारत आने और यहां निवेश करने का आमंत्रण दिया। उन्होंने कहा कि भारत में अवसंरचना और सुविधाएं और भी बेहतर हुई हैं और यहां व्यापार की स्थिति निवेशक अनुकूल है। उन्होंने कहा कि भारत असीम अवसरों का देश है, यह एकमात्र ऐसा स्थल है, जहां लोकतंत्र, युवा आबादी और व्यापक मांग तीनों ही उपलब्ध हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ऐसे निवेशक जो भारत में पहले ही निवेश कर चुके हैं, उन्हें मैं इस बात का आश्वासन देना चाहता हूं कि हमारी लोकतांत्रिक प्रणाली, मानवीय मूल्य एवं सुदृढ़ न्यायिक प्रणाली आपके निवेश की सुरक्षा और हिफाजत सुनिश्चित करेगी। उन्होंने कहा कि हम निवेश माहौल को और बेहतर करने तथा स्वयं को अधिक से अधिक प्रतिस्पर्धी बनाने की दिशा में निरंतर काम कर रहे हैं। प्रधानमंत्री कहा कि ऐसे निवेशक जिन्होंने अबतक भारत में अपनी मौजूदगी दर्ज नहीं कराई है, उन्हें मैं यहां उपलब्ध अवसरों की तलाश करने के लिए निमंत्रित एवं प्रोत्साहित करता हूं, यह भारत में निवेश करने का सबसे अच्छा समय है। उन्होंने कहा कि इन चार वर्ष में व्यापार करने में आसानी श्रेणी में भारत ने 65 स्थानों की छलांग लगाई है, भारत को आनेवाले वर्ष में इस श्रेणी के 50वें स्थान तक लाने का प्रयास किया जा रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि वाइब्रेंट गुजरात ने हमारे उद्यमों के विश्वास निर्माण में उल्लेखनीय योगदान दिया है, इसने क्षमता निर्माण के साथ-साथ सरकारी एजेंसियों के सर्वोत्तम वैश्विक तौर-तरीकों को अपनाने में भी काफी मदद की है।
नरेंद्र मोदी ने कहा कि विश्व बैंक, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष और मूडी जैसे अंतर्राष्ट्रीय संस्थानों ने भारतीय अर्थव्यवस्था तथा अर्थव्यवस्था के सुधारों में विश्वास व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि जीएसटी के कार्यांवयन से लेनदेन की लागत में कमी आई है। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की औसत विकास दर 7.3 प्रतिशत है, जो 1991 के बाद से सर्वाधिक है, इसी के साथ औसत महंगाई दर 4.6 प्रतिशत है जो 1991 के बाद से न्यूनतम है। प्रधानमंत्री ने कहा कि भाजपा सरकार का लक्ष्य प्रशासन को बढ़ाना और सरकार को कम करना रहा है, हम अपनी अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए महत्वपूर्ण संरचनात्मक सुधार कर रहे हैं, हम विश्व की सबसे तेज़ गति से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था हैं। नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत में स्टार्टअप का सबसे बड़ा परितंत्र है, नौजवानों के लिए रोज़गार के अवसरों के सृजन हेतु सरकार ने विनिर्माण को बढ़ावा दिया है। उन्होंने कहा कि गुजरात उस सर्वोत्तम कारोबारी भावना एवं माहौल का प्रतिनिधित्व करता है, जो भारत में मौजूद है, इस आयोजन ने गुजरात को पिछले कई दशकों से हासिल बढ़त को अब और ज्यादा बढ़ा दिया है।
गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व और नीति आधारित प्रशासन की सराहना करते हुए उद्योगजगत के प्रतिनिधियों को आश्वस्त किया कि व्यापार को आसान बनाने के लिए हरसंभव सहायता व सुविधा प्रदान की जाएगी। इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कहा कि गुजरात देशों के बीच सुदृढ़ सम्बंध को रेखांकित करता है, जो साथ मिलकर भविष्य के लिए असीम संभावनाओं का निर्माण कर रहे हैं। तीन दिवसीय समारोह के दौरान वैश्विक कोष के प्रमुखों के साथ गोलमेज सम्मेलन, अफ्रीका दिवस, एमएसएमई सम्मेलन, विज्ञान, तकनीकी इंजीनियरिंग और गणित शिक्षा व शोध में संभावनाओं पर गोलमेज बैठक, भविष्य के तकनीकों व अंतरिक्ष में खोज पर प्रदर्शनी और बंदरगाह आधारित विकास विषय पर एक सेमिनार भी हुआ। वाइब्रेंट गुजरात सम्मेलन के पहले संस्करण का आयोजन 2003 में किया गया था, उस समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे।