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Thursday 31 January 2019 02:33:43 PM
नई दिल्ली। भारत सरकार ने 1 जनवरी 2019 से भौतिक और रासायनिक विज्ञान सहित विज्ञान और प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग, गणितीय विज्ञान, कृषि विज्ञान, जीव विज्ञान, फार्मेसी आदि किसी भी क्षेत्र में दाखिला लेने वाले पीएचडी छात्रों और अन्य अनुसंधान कर्मियों की फेलोशिप बढ़ा दी है। विज्ञान और प्रौद्योगिकी में काम कर रहे पीएचडी विद्वान औद्योगिक प्रतिस्पर्धा, शैक्षणिक जीवंतता और प्रौद्योगिकी नेतृत्व वाले नवाचारों के लिए देश के ज्ञान के आधार में महत्वपूर्ण योगदान करते हैं।
फेलोशिप में बढ़ोतरी से साठ हज़ार से भी अधिक रिसर्च फेलो को प्रत्यक्ष रूपसे लाभ होगा। जूनियर रिसर्च फेलोशिप पीएचडी कार्यक्रम में पहले दो वर्ष के लिए वर्तमान दर25,000 रुपये से बढ़ाकर 31,000 रुपये प्रतिमाह कर दी गई है। इसी प्रकार पीएचडी सीनियर रिसर्च फेलो 28,000 रुपये की जगह 35,000 रुपये प्रतिमाह प्राप्त करेंगे। वरिष्ठ अनुसंधान एसोसिएट्स के लिए 54,000 रुपये प्रति माह निर्धारित किए गए हैं। सभी रिसर्च फेलो को केंद्र सरकार के मानदंडों के अनुसार मकान किराया भत्ता भी मिलेगा।
भारत सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि यह सशक्तिकरण तंत्र समान रूपसे फेलोशिप देने वाले देश के सभी मंत्रालयों, विभागों, एजेंसियों, शैक्षणिक एवं सरकारी अनुसंधान विकास संगठनों पर समान रूपसे लागू होगा। सरकार ने पहलीबार मजबूत वित्तीय और शैक्षिक प्रोत्साहन की सिफारिश की है, ताकि हमारे रिसर्च फेलो के कार्य प्रदर्शन में बढ़ोतरी हो और उसे मान्यता मिले।