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प्रधानमंत्री ने पवित्र संगम में डुबकी लगाई

सफाईकर्मियों के चरण धोए और अभिनंदन किया

प्रयागराज कुंभ में मोदी-मोदी के नारे गूंजते रहे

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Monday 25 February 2019 01:07:37 PM

prime minister wash and congratulate the cleaners' steps

कुंभ (प्रयागराज)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रयागराज कुंभ में पवित्र संगम के जल में डुबकी लगाई, संगम पर मंत्रोच्चार के बीच पूजा-अर्चना की, त्रिवेणी संगम में दुग्धाभिषेक किया और दिव्य कुम्भ, भव्य कुम्भ सेल्फी प्वांइट पर उन्होंने फोटो भी खिंचवाई। कुंभ में नरेंद्र मोदी के कार्यक्रमों और उनकी मौजूदगी के दौरान मोदी-मोदी के नारे गूंजते रहे। उन्होंने इस अवसर पर स्वच्छ कुंभ सुनिश्चित करने के चुनिंदा स्वच्छता कार्यकर्ताओं के पांव पखारकर और अंगवस्त्र पहनाकर उनका अभिनंदन किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस बार के कुम्भ की पहचान स्वच्छता से हुई है। उन्होंने सफाईकर्मियों के लिए स्वच्छता सेवा सम्मान कोष की घोषणा की और कहा कि इस कोष से कुम्भ में लगे हुए सफाईकर्मियों, स्वच्छाग्रहियों तथा अन्य निम्न आयवर्ग के कार्मिकों को विशेष परिस्थितियों में आर्थिक मदद की जाएगी। उन्होंने कहा कि यह देशवासियों की तरफ से सफाईकर्मियों के प्रति आभार है।प्रधानमंत्री ने स्वच्छ कुंभ, स्वच्छ आभार कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन सभी लोगों का कर्मयोगियों के रूपमें उल्लेख किया, जो कुंभ के लिए प्रयागराज में एकत्रित होनेवाले भक्तों के लिए सर्वश्रेष्ठ व्यवस्था सुनिश्चित करने में शामिल रहे हैं। इस संदर्भ में उन्होंने एनडीआरएफ, नाविकों, स्थानीय लोगों और स्वच्छता कर्मियों का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि स्वच्छता कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शित किया है कि कुछ भी असंभव नहीं है, इस साल कुंभ को मिली सराहना के वे सबसे सुपात्र हैं। उन्होंने कहा कि वह क्षण, जब उन्होंने कुछ सफाई कर्मचारियों की चरण वंदना की, उनके स्मरण में हमेशा बने रहेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान तेजी से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि देश इस वर्ष 2 अक्टूबर को महात्मा गांधी की 150वीं जयंती से पहले खुले में शौच मुक्त बनने की ओर बढ़ रहा है। नरेंद्र मोदी ने कहा कि गंगा नदी की स्वच्छता इस वर्ष भी बहुत चर्चा का विषय रही है। उन्होंने कहा कि यह नमामि गंगे और केंद्र सरकार के प्रयासों का परिणाम है, नदी में गिरने वाले नालों को अवरुद्ध किया जा रहा है और सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले उन्हें सियोल शांति पुरस्कार मिला, जिसमें लगभग 1.30 करोड़ रुपये की राशि शामिल थी, जो उन्होंने नमामि गंगे मिशन के लिए दान कर दी है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के रूपमें उन्हें मिले उपहार और स्मृति चिन्ह भी नीलाम कर दिए गए हैं और उनकी आय भी नमामि गंगे मिशन को दे दी गई है। प्रधानमंत्री ने कुंभ से जुड़े नाविकों की विशेष रूपसे प्रशंसा की। उन्होंने आध्यात्मिकता, विश्वास और आधुनिकता का मिश्रण कुंभ की सफलता के लिए सभी को धन्यवाद दिया। उन्होंने उत्तर प्रदेश पुलिस की भूमिका की भी सराहना की। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस वर्ष कुंभ की व्यवस्थाओं में महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे का विकास शामिल है, जोकि कुंभ मेला समाप्त होने के बाद भी शहर की सेवा करता रहेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दिव्य एवं भव्य कुम्भ को सफल बनाने में किए गए परिश्रम की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनके अहर्निश प्रयास से ही यह महान आयोजन सकुशल हो रहा है। उन्होंने कहा कि पहले कुम्भ के लिए अस्थायी व्यवस्था होती थी, लेकिन इस बार स्थायी व्यवस्था की गई है, जो आगे भी प्रयागराजवासियों की सुविधा के साथ-साथ कुम्भ आदि आयोजन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि मीडिया में भी लोगों ने कुम्भ की सफाई की चर्चा की, इस बार कुम्भ की पहचान स्वच्छ कुम्भ के रूपमें हुई है। प्रधानमंत्री ने कहा कि सफाईकर्मियों ने साबित किया कि दुनिया में नामुमकिन कुछ भी नहीं। उन्होंने कहा कि कुम्भ में यूपी पुलिस ने जो भूमिका निभाई है, उसकी भी तारीफ चारों तरफ हो रही है। प्रधानमंत्री ने पुलिस बल एवं अर्द्धसैनिक बलों के दिन-रात लगकर किए गए सराहनीय कार्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि इन बलों ने बड़े ही सौम्य और मधुर व्यवहार से श्रद्धालुओं का मन जीता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि डूबते हुए श्रद्धालु को बचाने में एनडीआरएफ के जवान राजेंद्र गौतम के अपने प्राण न्यौछावर कर देना उत्कृष्ट सेवा की मिसाल के रूपमें जाना जाएगा। उन्होंने कहा कि खोया-पाया विभाग तो सबको अपनो से मिला देता है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि देश में स्वच्छता का अलख जगाने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में प्रयागराज कुम्भ में ‘स्वच्छ और सुरक्षित कुम्भ मेले’ की कल्पना ने साकार रूप लिया है, इसके फलस्वरुप यहां पर मानवता का विशाल समागम हुआ। उन्होंने कहा कि कुम्भ में 22 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने पवित्र संगम में आस्था की डुबकी लगाई। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को कुम्भ कलश एवं कुम्भ का प्रतीक चिन्ह भेंट किया। केंद्रीय पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री उमा भारती ने सफाई कर्मचारियों की सेवा और साधना हेतु उनकी प्रशंसा करते हुए कहा कि दुनियाभर ने कुम्भ मेले की व्यवस्था की तारीफ की है। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कुम्भ मेले की दिव्यता और भव्यता की चर्चा करते हुए कहा कि कुम्भ मेले में ऐसा दृश्य पहले कभी देखने को नहीं मिला है, पूरे विश्व में इसकी जय-जयकार हो रही है। कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा, नगरविकास मंत्री सुरेश कुमार खन्ना, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह, जनप्रतिनिधि, वरिष्ठ अधिकारी और भारी जनसमुदाय उपस्थित था।

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