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Saturday 2 March 2019 06:23:41 PM
लखनऊ। राज्यपाल राम नाईक ने आज प्रदेश की प्रथम राज्यपाल सरोजिनी नायडू की पुण्यतिथि पर जिलाधिकारी आवास के सामने सरोजिनी नायडू पार्क में उनकी नवनिर्मित प्रतिमा का अनावरण किया और पुष्प अर्पित करके श्रद्धांजलि दी। राज्यपाल ने कहा कि सरोजिनी नायडू स्वाधीनता के बाद प्रथम महिला राज्यपाल बनीं, जब उत्तर प्रदेश को अवध प्रांत कहा जाता था। राम नाईक ने कहा कि तीन वर्ष की आयु में सरोजिनी नायडू ने कविता लिखी, जो वास्तव में उनकी विदुषी होने का प्रमाण है, वह प्रखर वक्ता के साथ-साथ विभिन्न भाषाओं में पारंगत थीं, प्रभावी ढंग से अपनी बात रखना उनकी कुशलता थी, गांधीजी के विचारों से प्रभावित होकर उन्होंने स्वाधीनता आंदोलन में अग्रणी भूमिका भी निभाई थी। राज्यपाल ने कहा कि जब वे 2015 में प्रथम बार आदर व्यक्त करने सरोजिनी नायडू पार्क आए तो देखा कि सरोजिनी नायडू की प्रतिमा के नाम पर केवल बस्ट लगा था। राज्यपाल ने उपस्थित अधिकारियों को निर्देश दिए कि बस्ट के स्थान पर सरोजिनी नायडू की आवश्यक प्रतिमा लगाई जाए।
राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि प्रदेश की प्रथम महिला राज्यपाल सरोजिनी नायडू का बड़ा व्यक्तित्व रहा है और जिनका देहान्त भी राजभवन में अपने कार्यकाल के समय हुआ हो, ऐसे व्यक्तित्व की प्रतिमा अवश्य ही लगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रतिमा से समाज में जागृति आती है, लोग प्रेरणा प्राप्त करते हैं, यही उनकी सार्थकता है। राज्यपाल ने प्रतिमा स्थापित करने के लिए लखनऊ विकास प्राधिकरण की सराहना भी की। उन्होंने कहा कि लखनऊ में जगह-जगह महापुरुषों की प्रतिमा स्थापित हैं, लखनऊ विकास प्राधिकरण और नगरनिगम दोनों संयुक्त रूपसे उनके रखरखाव का कार्य करें। राज्यपाल ने इस अवसर पर कहा कि लोकसभा के चुनाव होने वाले हैं और जनतंत्र में मतदाता की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र मजबूत करने के लिए शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र के लोग मताधिकार का प्रयोग अवश्य करें।
उत्तर प्रदेश सरकार में न्याय एवं विधि मंत्री बृजेश पाठक, लखनऊ की महापौर संयुक्ता भाटिया, लखनऊ विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष प्रभु एन सिंह, प्राधिकरण के सचिव एमपी सिंह और विशिष्ट जन भी इस मौके पर उपस्थित थे। बृजेश पाठक ने कहा कि सरोजिनी नायडू प्रदेश की प्रथम राज्यपाल रही हैं और महिला होने के बावजूद उन्होंने आजादी की लड़ाई में अग्रणी भूमिका निभाई। उन्होंने कहा कि सरोजिनी नायडू ने अपनी कविताओं के माध्यम से देश की आजादी के लिए लोगों को प्रेरित किया। महापौर संयुक्ता भाटिया ने कहा कि राज्यपाल की प्रेरणा से प्रथम राज्यपाल सरोजिनी नायडू की नवनिर्मित प्रतिमा स्थापित हुई है।