स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Thursday 9 May 2019 06:12:37 PM
लखनऊ। राज्यपाल राम नाईक ने आज महाराणा प्रताप की जयंती पर लखनऊ में हुसैनगंज चौराहे पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया। राज्यपाल ने कहा कि महाराणा प्रताप महापराक्रमी योद्धा थे, जिन्होंने स्वाधीनता के लिए मुगलों के विरुद्ध जीवनपर्यंत युद्ध किया, वे राजा थे, परंतु उन्हें राजसुख की लालसा नहीं थी। राज्यपाल ने कहा कि महाराणा प्रताप ने विपरीत परिस्थितियों में भी संघर्ष कर पराक्रम का अनुपम उदाहरण प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप के युद्ध कौशल एवं पराक्रम से प्रेरित होकर छत्रपति शिवाजी ने भी मुगलों से युद्ध करके हिंदवी साम्राज्य की स्थापना की थी। राज्यपाल ने भारत के ऐसे महान पराक्रमी योद्धाओं से युवाओं को प्रेरणा लेने का आह्वान किया।
राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि यह सुखद संयोग है कि आज ही गोपालकृष्ण गोखले की भी जयंती है, उनका स्वतंत्रता आंदोलन में बहुत बड़ा योगदान है। राज्यपाल ने कहा कि गोपालकृष्ण गोखले और लोकमान्य बालगंगाधर तिलक दोनों समकालीन एवं भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से थे, वैचारिक मतभेद होने के बावजूद उनमें मनभेद नहीं था, दोनों का एकमात्र लक्ष्य देश को स्वतंत्र कराना था। राज्यपाल ने कहा कि लोकमान्य बालगंगाधर तिलक ने स्वतंत्रता के लिए शिव जयंती और सामूहिक गणेश पूजा की शुरुआत की और गोपालकृष्ण गोखले जनता को शिक्षित करके स्वतंत्रता आंदोलन में भागीदारी का पक्ष रखते थे। उन्होंने कहा कि हमें स्वराज प्राप्ति में हमारे महापुरुषों के पराक्रम और त्याग को स्मरण में रखना चाहिए। राज्यपाल ने कहा कि कड़ा परिश्रम और प्राणों की आहुति देकर प्राप्त किए गए स्वराज के कारण ही आज हम विश्व के सबसे बड़े गणतंत्र के रूपमें स्थापित हैं।
राम नाईक ने कहा कि देश में लोकसभा चुनाव हो रहे हैं, जिसके सात में से पांच चरण के चुनाव पूरे हो चुके हैं। राज्यपाल ने आह्वान किया कि जनतंत्र को सफल बनाने में शेष चरणों में देश और प्रदेश में जहां भी चुनाव होने हैं, वहां के मतदाता अधिक से अधिक संख्या में स्वयं भी मतदान करें और दूसरों को भी प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार सेना के जवान देश की रक्षा करते हैं, वैसे ही हमें भी लोकतंत्र की सुरक्षा का संकल्प लेना चाहिए। इस अवसर पर लखनऊ की महापौर संयुक्ता भाटिया और गणमान्य लोग उपस्थित थे।