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प्रधानों को निर्मल ग्राम पुरस्कार

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निर्मल ग्राम पुरस्कार/nirmal gram puraskar

देहरादून। एफआरआई सभागार में आयोजित निर्मल ग्राम पुरस्कार वितरण समारोह का शुभारंभ मुख्यमंत्री भुवन चंद्र खंडूड़ी ने दीप प्रज्वलित कर किया। यह कार्यक्रम राजीव गांधी पेयजल मिशन, पेयजल आपूर्ति विभाग ग्राम्य विकास मंत्रालय भारत सरकार तथा स्वजल परियोजना, पेयजल विभाग, उत्तराखंड ने आयोजित किया था। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने निर्मल ग्राम पुरस्कार प्राप्त करने वाले 44 ग्राम पंचायतों के प्रधानो को बधाई दी और उत्तराखंड को देवभूमि की संस्कृति के अनुरूप स्वच्छ तथा निर्मल राज्य बनाने की अपील की।
उन्होंने कहा कि इस दृष्टि से आज के कार्यक्रम का महत्व और भी बढ़ जाता है, क्योंकि आज हम उन लोगों को पुरस्कार दे रहे हैं, जिन्होंने स्वच्छता अभियान में हिस्सा लिया, जो हमारी चिंता का मुख्य विषय रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि गांव को स्वच्छ रखना हमारा संकल्प है। उन्होने इस संकल्प को मूर्तरूप देने के लिए पुरस्कृत 44 ग्राम पंचायतों को अपने इस सम्मान को कायम रखने का आह्वान किया, जिससे आस-पास के गांव में भी सफाई के प्रति जागरूकता हो। अध्यक्ष विधान सभा हरबंश कपूर ने कहा कि स्वच्छता स्वस्थ समाज का पहलू है तथा इस पर व्यापक रूप से जन जागरूकता की आवश्यकता है।
पेयजल मंत्री प्रकाश पंत ने कहा कि सरकार द्वारा निर्मल ग्राम पुरस्कार कार्यक्रम के माध्यम से राज्य में गांव में स्वच्छता के प्रति सार्थक प्रयत्न किये हैं। उन्होने लोगों से अपना गांव अपना प्रदेश अपना देश की भावना को पैदा करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे ऐसा आदर्श प्रस्तुत करें कि आस पास के गांव मे भी सफाई के प्रति जागरूकता पैदा हो। पेयजल सलाहकार समिति के अध्यक्ष बृजभूषण गैरोला ने पुरस्कृत प्रधानों को बधाई दी। निदेशक स्वजल कपिल लाल ने बताया कि 1986 में केंद्रीय ग्रामीण स्वच्छता कार्यक्रम शुरू किया गया था, उत्तराखंड में स्वच्छता का स्तर 86 प्रतिशत से अधिक हो गया है तथा अभियान में 6 लाख 46 हजार 831 व्यक्तिगत, 2702 स्कूल तथा 202 आंगनबाड़ी शौचालयों का निर्माण किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि 2009-10 में 44 ग्राम पंचायतों को पुरस्कृत करने का गौरव मिला है तथा 2010-11 में 291 ग्राम पंचायतों को पुरस्कार हेतु प्रस्तावित किया गया है।
कार्यक्रम में प्रमुख सचिव पेयजल उत्पल कुमार सिंह, प्रबंध निदेशक पेयजल निगम भजन सिंह मुख्य महाप्रबंक डीडी डिमरी सहित अनेक अधिकारी एवं ग्राम प्रधान उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने अल्मोड़ा के 10, हरिद्वार के 5, नैनीताल के 3, रूद्रप्रयाग के 1, देहरादून के 4, चंपावत के 3, टिहरी के 3, पौड़ी गढ़वाल के 1, ऊधमसिंह नगर के 2, चमोली के 3, बागेश्वर के 3 प्रधानों को निर्मल ग्राम पुरस्कार से सम्मानित किया। पिथौरागढ़, अल्मोड़ा, हरिद्वार, पौड़ी, चमोली, बागेश्वर के प्रधानों को राष्ट्रपति द्वारा निर्मल ग्राम पुरस्कार प्राप्त करने पर शॉल से सम्मानित किया गया।

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