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नई दिल्ली। लोकसभा में रेल मंत्री दिनेश त्रिवेदी ने कहा है कि राजधानी, शताब्दी और लंबी दूरी की अन्य गाड़ियों में घटिया किस्म के सामान, खाद्य पदार्थ की सेवाओं, डिब्बों की अस्वास्थ्यकर स्थिति के बारे में कुछ शिकायतें प्राप्त हुई हैं और उनका निवारण नियमित रूप से किया जा रहा है। यात्रियों को अच्छी सेवाएं मुहैया कराने का भारतीय रेलवे का सतत प्रयास रहता है। एक नई खानपान नीति 2010 भी जारी की गई है, जिसमें खानपान सेवाओं की व्यवस्था को भारतीय रेल खानपान एवं पर्यटन निगम से क्षेत्रीय रेलों को हस्तांतरित किया गया है। नई खानपान नीति 2010 का मुख्य उद्देश्य खानपान को यात्री सेवा के रूप में मान्यता देना है, जबकि पूर्व नीति में इसे स्वतंत्र लाभ केंद्र के रूप में माना जाता था।
गाड़ियों में सफाई और स्वास्थ्य के मानकों में सुधार लाने के लिए डिपुओं में सवारी डिब्बों की यांत्रिकीकृत सफाई, राजधानी, शताब्दी और कुछ मेल, एक्सप्रेस गाड़ियों में उनके चलने के दौरान बार-बार सफाई करने के लिए ऑन बोर्ड रख रखाव योजना और नामित स्टेशनों पर सफाई करने के लिए ‘क्लीन ट्रेन स्टेशन’ योजना चलाई गई है। रेल मंत्री ने कहा कि विगत एक वर्ष के दौरान घटिया किस्म के खानपान के संबंध में की गई कार्रवाई के अनुसार 822 मामलों में चेतावनी दी गई है, 738 मामलों में जुर्माने लगाए गए हैं, एक मामले में दुर्व्यवहार के लिए लाइसेंस रद्द किया गया और 558 मामलों की छानबीन की जा रही है। इसके अलावा, इसी अवधि के दौरान क्षेत्रीय रेलों द्वारा सभी स्तरों पर 27875 निरीक्षण किए गए हैं।