स्वतंत्र आवाज़
word map

निर्माताओं को दूरसंचार प्रौद्योगिकी हस्‍तांतरित

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

प्रौद्योगिकी का हस्तांतरण/transfer of technology

नई दिल्ली। केंद्रीय संचार और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री कपिल सिब्‍बल ने सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ टेलीमैटिक्‍स (सी-डॉट) से परिकल्पित और विकसित एक दूरसंचार प्रौद्योगिकी को सोमवार को दूरसंचार निर्माताओं को हस्‍तांतरित किया। इस अवसर पर सिब्‍बल ने कहा कि हाल के वर्षों के दौरान नैनो और आकाश के बाद गीगाबिट पैसिव ऑप्‍टीकल नेटवर्क (जीपीओएन) प्रौद्योगिकियों के मामले में एक बेहद महत्‍वपूर्ण तकनीक है।
संचार और सूचना प्रौद्यागिकी राज्‍य मंत्री सचिन पायलट ने उम्‍मीद जताई कि जीपीओएन प्रौद्योगिकी न सिर्फ सुरक्षित संचार वातावरण प्रदान करेगी, बल्कि इससे संचार की लागत में भी कमी आएगी। पायलट ने कहा कि प्रायोगिक तौर पर उनके चुनाव क्षेत्र अजमेर में सी-डॉट ने जीपीओएन प्रौद्योगिकी के उपयोग और परीक्षण के लिए पिछले वर्ष बीएसएनएल के साथ साझेदारी की थी। संचार और सूचना प्रौद्योगिकी राज्‍य मंत्री मिलिंद देवड़ा ने भी इस अवसर पर दूरसंचार से जुड़े सभी लोगों को शुभकामनाएं दीं।
जीपीओएन प्रौद्योगिकी ऑप्‍टीकल फाइबर के माध्‍यम से ब्रॉड बैंड संपर्क के लिए आवश्‍यक एक महत्‍वपूर्ण घटक है। सी-डॉट ने जीपीओएन प्रौद्योगिकी को स्‍वेदश में ही परिकल्पित और विकसित किया है। जीपीओएन का फाइबर आधारित सेवाओं के माध्‍यम से ध्‍वनि, वीडियो और आंकड़े तीनों सुविधाओं को एक साथ प्रदान करने में उपयोग किया जा सकता है। वर्तमान जीपीओएन प्रौद्योगिकी उपभोक्‍ताओं को उनके घर पर 2.5 जीबीपीएस डाउनस्‍ट्रीम और 1.25 जीबीपीएस अपस्‍ट्रीम आंकड़ों की क्षमता प्रदान कर सकती है।
शहरी क्षेत्रों के अलावा खासतौर पर भारतीय ग्रामीण क्षेत्रों में व्‍यापक आंकड़ों को पहुंचाना एक महत्‍वपूर्ण कार्य है, जहां साक्षरता का स्‍तर न्‍यून है और इन क्षेत्रों में व्‍यापक दृश्‍य और श्रव्‍य सूचनाओं एवं विषय वस्‍तुओं के प्रसार के लिए महत्‍वपूर्ण सूचनाओं का पहुंचना आवश्‍यक है। जीपीओएन प्रौद्योगिकी के माध्‍यम से ग्रामीण क्षेत्रों में बड़े स्‍तर पर सकारात्‍मक कार्यों को बल मिलेगा। इस प्रौद्योगि‍की की जांच और जमीनी स्‍तर पर इसके वि‍श्‍लेषण के बाद ही इसे राजस्‍थान के अजमेर में बीएसएनएल नेटवर्क में चालू कि‍या गया है, इसका हस्‍तांतरण सात सार्वजनि‍क और नि‍जी नि‍र्माताओं को कि‍या जा रहा है।
इस प्रकार उच्‍च श्रेणी का नि‍र्माण ढांचा देश में वि‍कसि‍त कि‍या जा रहा है जो प्रयोगशाला से अनुसंधान और वि‍कास के अवधारणा को परि‍लक्षि‍त करेगा और इसके जमीनी स्‍तर पर उपयोग के बाद एनटीपी-2011 के उद्देश्‍यों को पूरा करने में मदद मि‍लेगी। सी-डॉट जीपीओएन प्रौद्योगि‍की भारतीय वातावरण के लि‍ए काफी उपयुक्‍त है। इसका लक्ष्‍य राष्‍ट्रीय कार्यक्रमों जैसे नेशनल ऑप्‍टि‍कल फाइबर नेटवर्क (एनओएफएन), स्‍टेट वाइड एरि‍या नेटवर्क (एसडब्‍ल्‍यूएएन), जनजातीय क्षेत्रों और ग्रामीण क्षेत्रों में ब्रॉड बैंड कनेक्‍टवि‍टी के साथ-साथ रक्षा और रेलवे में फाइबर नेटवर्क का वि‍स्‍तार करना है।

हिन्दी या अंग्रेजी [भाषा बदलने के लिए प्रेस F12]