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नई दिल्ली। ओलंपिक की तैयारियों के अंतर्गत सरकार ने विदेशी कोचों, आवास और खानपान एवं प्रदर्शनों को सुधारने के लिए उठाए गए कदमों सहित हॉकी के विभिन्न पक्षों के लिए अप्रैल से 30 नवंबर, 2011 तक हॉकी पर 16.10 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। राज्यसभा में पूछे गए एक प्रश्न के लिखित उत्तर में युवा मामले और खेल राज्यमंत्री अजय माकन ने बताया कि 2012 के लंदन ओलंपिक खेलों में हॉकी एक महत्वपूर्ण प्रतिस्पर्धा है।
माकन ने बताया कि इसी को देखते हुए हॉकी, सरकार की उच्च प्राथमिकता वाले खेल में शामिल है। भारतीय हॉकी टीम की तैयारियों के लिए उन्हें अंतर्राष्ट्रीय स्तर की प्रशिक्षण सुविधाएं और प्रतिस्पर्धाओं में बने रहने के लिए पर्याप्त अभ्यास प्रदान किए जा रहे हैं। उन्होंने यह भी दोहराया कि सितंबर 2011 में चीन में हुई एशियाई चैंपियनशिप में पाकिस्तान को हराकर स्वर्ण पदक जीता था, जिस पर सरकार की योजना के प्रावधानों के अनुसार प्रत्येक खिलाड़ी को अलग-अलग डेढ़ लाख रुपये प्रदान किए गए थे।
अजय माकन ने बताया कि विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत देश में एथलीटों और खिलाड़ियों की पहचान और विकास के दृष्टिगत भारतीय खेल प्राधिकरण, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय खेल प्रतिस्पर्धाओं के लिए चयनित योग्य खिलाड़ियों के प्रशिक्षण और उनकी पहचान कर चुका है। योजनाएं इस प्रकार हैं-राष्ट्रीय खेल प्रतिभा प्रतियोगिता योजना, आर्मी ब्वॉयज स्पोर्टस कंपनी योजना, भारतीय खेल प्राधिकरण प्रशिक्षण केंद्र योजना, विशेष क्षेत्र खेल योजना, उत्कृष्टता के केंद्र योजना। खेल मंत्री ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धाओं में भारतीय खिलाड़ियों के प्रदर्शन को सुधारने के लिए खेल मंत्रालय ने कई अन्य योजनाओं को भी कार्यांवित किया है।