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नई दिल्ली। खनिज संरक्षण और विकास नियम 1988 के तहत खननकर्ताओं की ओर से दाखिल रिटर्न के मुताबिक देश में खनिज उत्पादन में कमी आई है। उत्पादन में आई कमी की मुख्य वजह निर्यात पर प्रतिबंध, अस्थायी तौर पर खनन कार्य को रोकना, पर्यावरण संबंधी नियम, मजदूरों की कमी और राज्य सरकारों की ओर से परिवहन परमिट पर लगी रोक बताया गया है।
खनन क्षेत्र के लिए समस्त सूचकांक में वर्ष 2009-10 में 7.90% और वर्ष 2010-11 में 5.25% की बढ़ोत्तरी दिखाई दी, जबकि गैर-ईंधन और गैर-कोयला खनिज के सूचकांक में 2008-09 मुकाबले 2009-10 में 0.35% मामूली गिरावट दर्ज की गई। उसके बाद वर्ष 2010-11 में इसमें 0.41% प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई। हालांकि वर्ष 2011-12 (अप्रैल-सितंबर) में खनन क्षेत्र के लिए समस्त सूचकांक में 1% की कमी आई है और गैर ईंधन एवं गैर-कोयला खनिज में पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में 1.45% कमी आई है।