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पेंशन वितरण में ई-सुविधा शुरू

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देहरादून। प्रदेश में समाज कल्याण विभाग ने सामाजिक सुरक्षा पेंशन वितरण के लिए ई-पेंशन की सुविधा प्रारंभ की है। मुख्यमंत्री भुवन चंद्र खंडूड़ी ने गुरूवार को सचिवालय में एनआईसी के सहयोग से बनाए गए वेब पोर्टल और साफ्टवेयर का लोकार्पण किया।
मुख्यमंत्री ने इसे सुशासन की दिशा में अच्छा प्रयास बताते हुए कहा कि सामाजिक सुरक्षा की पेंशन में मनीऑर्डर और चैक वितरण को कम किया जाए, जहां तक संभव हो लाभार्थियों के वाणिज्यिक बैंकों में खाते खुलवाए जाएं ताकि लाभार्थी और उसे दी जाने वाली पेंशन राशि के मध्य अन्य किसी व्यक्ति का हस्तक्षेप न हो। उन्होंने कहा कि इस तरह की व्यवस्था बनाई जाए ताकि पेंशन राशि जारी होते ही लाभार्थी को इसकी सूचना तत्काल मिल जाए। इसके लिए मोबाइल पर एसएमएस का प्रयोग भी किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि लाभार्थी के पेंशन प्राप्ति की प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाने के साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जाए कि अपात्र व्यक्ति पेंशन योजना का लाभ न उठा पाए।
मुख्यमंत्री ने आशा व्यक्त की कि पेंशन की ई-प्रणाली से पेंशन धनराशि के वितरण में पारदर्शिता आएगी और लाभार्थी को समय पर एवं त्वरित गति से पेंशन राशि प्राप्त हो सकेगी। उन्होंने पेंशन के लिए बैंकों के कम उपयोग पर असंतोष व्यक्त करते हुए कहा कि लाभार्थियों को बैंकों में खाता खुलवाए जाने के लिए प्रोत्साहित किया जाए। उन्होंने कहा कि बैंकों को भी ग्रामीण क्षेत्रों में अपनी अधिक शाखाएं खोलनी चाहिए।
प्रमुख सचिव समाज कल्याण एस राजू ने बताया कि राज्य में समाज कल्याण विभाग से सामाजिक सुरक्षा पेंशन प्राप्त करने वाले लाभार्थियों की संख्या 4 लाख 35 हजार 436 है इसमें से 2 लाख 91 हजार 52 वृद्धावस्था पेंशन, 96 हजार 296 विधवा पेंशन और 48 हजार 88 विकलांग पेंशन के लाभार्थी हैं। सॉफ्टवेयर के माध्यम से पेंशन वितरण से लाभार्थी को पेंशन प्राप्त करने में सुविधा होगी और इसके लिए कार्यालयों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। लाभार्थी पेंशन भुगतान की स्थिति स्वयं वेबसाइट पर देख सकता है। सॉफ्टवेयर में ऐसे प्राविधान किए गए हैं, जिससे दोहरे और गलत भुगतान न हों। एनआईसी के तकनीकी निदेशक विनोद कुमार तनेजा ने सॉफ्टवेयर का प्रस्तुतीकरण दिया। इस अवसर पर अपर सचिव समाज कल्याण सीएमएस बिष्ट, एनआईसी के एसआईओ डॉ डीआर शुक्ला, संयुक्त सचिव मुख्यमंत्री अरूणेंद्र चौहान सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।

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