स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
लखनऊ। सशस्त्र सीमा बल लखनऊ सीमांत ने बल की 48वीं वर्षगाँठ पर विभूति खंड गोमतीनगर में संकल्प भवन में एक भव्य आयोजन किया। सीमा बल के महानिरीक्षक अनिल अग्रवाल ने बल की सलामी ली एवं उत्कृष्ट अधिकारियों और जवानों को सर्वोच्च सम्मान ‘महानिदेशक पदक व प्रशस्ति पत्र’ एवं ‘महानिरीक्षक प्रशस्ति पत्र’ से सम्मानित किया। अपने जवानों और अधिकारियों को शुभकामनाएं देते हुए अनिल अग्रवाल ने सीमा बल लखनऊ सीमांत की उपलब्धियों और भावी योजनाओं के बारे में बताया। उन्होंने भारत-नेपाल सीमा पर आधुनिक सुरक्षा उपायों एवं उपकरणों के प्रयोग के बारे में जानकारी दी और साथ ही बल के जवानों के कल्याण के लिए किए गए कार्यों का उल्लेख किया। इस कार्यक्रम को देखने के लिए जन समुदाय भी मौजूद था।
अनिल अग्रवाल ने कहा कि एसएसबी लखनऊ सीमांत का लक्ष्य है कि भारत-नेपाल सीमा रेखा पर बसे प्रत्येक गांव में विकासोन्मुख और चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करें ताकि सीमावासियों के साथ रचनात्मक संवाद सुदृढ़ हो और सुरक्षा में उनकी भागीदारी सुनिश्चित की जा सके। समारोह में सीमा बल के उप महानिरीक्षक अविनाश चंद्र ने मुख्य अतिथि और उपस्थित जनों का स्वागत करते हुए बल के इतिहास एवं सीमा की कार्यप्रणाली का परिचय प्रस्तुत किया। मौजूद जन समुदाय ने सशस्त्र सीमा बल के भारतीय सीमा पर योगदान की सराहना की।
इस अवसर पर एसएसबी के श्वान दल, ब्रास बैंड और पाइप बैंड ने आकर्षक प्रस्तुति देकर उपस्थित जन समुदाय को अपने कौशल का परिचय दिया। जवानों ने मार्शल आर्ट एवं तीरंदाजी के प्रदर्शन से दर्शकों का मनोरंजन किया। एक सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया। आकर्षक और प्रभावी समारोह में फोटो प्रदर्शनी के माध्यम से भी सशस्त्र सीमा बल की उपलब्धियों और कार्यशैली को प्रदर्शित किया गया।