स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
नई दिल्ली। राष्ट्रीय निर्माण प्रतिस्पर्धा परिषद ने एनएमसीसी के सदस्य सचिव और भारतीय प्रशासनिक सेवा के विशिष्ट अधिकारी वी गोविंदराजन के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। आंध्रप्रदेश के 1967 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा के सेवानिवृत्त अधिकारी का 25 दिसबंर 2011 रविवार को लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। अपने शोक संदेश में, एनएमसीसी ने कहा कि गोविंदराजन को औद्योगिक और वित्तीय क्षेत्रों में उनके व्यापक ज्ञान और अनुभव तथा देश के निर्माण क्षेत्र के विकास में रणनीतियों के गठन और उनके कार्यान्वयन में महत्वपूर्ण योगदान के लिए याद किया जाएगा। सदस्य सचिव के तौर पर उन्होंने एनएमसीसी में कई वर्षों तक उत्कृष्ट कार्य पर जोर दिया। परिषद को औद्योगिक नीति से संबंधित मुद्दों को सुलझाने में गोविंदराजन की गहरी समझबूझ से काफी मदद मिली।
एनएमसीसी ने कहा कि गोविंदराजन ने लघु और मध्यम उद्योगों को और अधिक प्रतिस्पर्धी और निर्माण के लिए राष्ट्रीय रणनीति बनाने पर विशेष ध्यान देते हुए इसे राष्ट्रीय निर्माण प्रतिस्पर्धा कार्यक्रम से जोड़ा, उनके निधन से हमने एक मूल्यवान सहयोगी को खो दिया है और उनके निधन से रिक्त हुए स्थान को भरा जाना कठिन है। अपने दशकों के करियर में गोविंदराजन ने उद्योग नीति और संवर्धन विभाग (डीआईपीपी) के सचिव, कंपनी मामले विभाग के सचिव, विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (एफआईपीबी) के अध्यक्ष, विश्व बैंक, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष और एशियाई विकास बैंक जैसे वित्तीय संस्थानों में अपर सचिव के अलावा प्रधानमंत्री की व्यापार और आर्थिक सुधार समिति के स्थाई आमंत्रित अधिकारी के तौर पर उत्कृष्ट सेवाएं दी। श्री गोविन्दराजन ने वाशिंगटन स्थित आईएमएमएफ कार्यालय में भारत के कार्यकारी निदेशक के तौर पर भी सेवा की।