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चेन्नई, सिवगंगा। प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह ने तमिलनाडु में दो अस्पतालों का उद्घाटन किया। ये अस्पताल हैं-द अपोलो रीच हॉस्पिटल और द वासन आई केयर एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट। इनकी स्थापना के लिए प्रधानमंत्री ने डॉ पीसी रेड्डी को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि उन्होंने भारत के बहुत से क्षेत्रों में विश्व स्तरीय चिकित्सा सुविधाएं प्रदान की हैं, अपोलो रीच हॉस्पिटल के माध्यम से रेड्डी अब सिवगंगा और इसके पड़ोसी जिलों में सर्वश्रेष्ठ चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करने जा रहे हैं। प्रधानमंत्री ने डॉ एएम अरूण को भी शुभकामनाएं दीं। एक लघु अवधि के भीतर ही वासन समूह का, नेत्र देखभाल अस्पतालों की श्रृंखला में यह 100वां अस्पताल है। प्रधानमंत्री ने अस्पताल परिसर में ही एक नेत्र चिकित्सा नर्सिंग संस्थान के शुभारंभ पर भी प्रसन्नता व्यक्त की।
प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने स्वास्थ्य देखभाल पर विशेष ध्यान दिया है। राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य अभियान, सरकार के प्रमुख कार्यक्रमों में से एक है। उन्होंने कहा कि मार्च 2011 तक छह वर्ष के दौरान इस अभियान के अंतर्गत राज्यों को करीब 63 हजार करोड़ रुपये की धनराशि जारी की जा चुकी है। स्वास्थ्य तंत्र में 1.4 लाख से ज्यादा चिकित्सकों, विशेषज्ञों, नर्सों और परा-आयुर्विज्ञान कार्मिकों को जोड़ा गया है। कई हजार जिला और उप-जिला अस्पतालों, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और उप-केंद्रों के निर्माण में सहायता प्रदान की गई है, संपूर्ण ग्रामीण भारत में आठ लाख से ज्यादा आशा नामक स्वास्थ्य सहायकों को प्रशिक्षित और तैनात किया जा चुका है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि उनका उद्देश्य भारत के लोगों को उचित लागत पर अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करना है, सार्वजनिक अस्पतालों में चिकित्सा देखभाल लगभग पूरी तरह से निःशुल्क है, हालांकि देश के विस्तार और बड़ी जनसंख्या को देखते हुए यह आवश्यक है कि सरकार के प्रयासों को निजी क्षेत्र भी मदद करे, निजी अस्पताल तंत्रों के लिए ऐसा करना उत्साहजनक होगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि निजी अस्पतालों में लोगों को उचित मूल्यों पर स्वास्थ्य देखभाल प्रदान करने के लिए वे उनका आभार प्रकट करना चाहेंगे। उन्होंने कहा कि कुछ बेहद गरीब लोगों को निःशुल्क स्वास्थ्य देखभाल प्रदान करना उनका सामाजिक कर्तव्य भी है, उन्हें इस बारे में कोई संदेह नहीं है कि यह दोनों अस्पताल इन कर्तव्यों का पूरी तरह से निर्वाह करेंगे।