मनोज शर्मा
बरेली। इलाकाई और छोटे-मोटे दलों को मिलाकर गठित इत्तेहाद-ए-फ्रंट पूरे उत्तर प्रदेश में अपने-अपने इलाके में सक्रिय पार्टियों के प्रत्याशियों को चुनाव मैदान में उतार कर या समर्थन देकर उत्तर प्रदेश के चुनाव की तस्वीर को पलटने की तैयारी में जुटा है। अपने को इत्तेहाद-ए-फ्रंट की एक बड़ी ताकत कहने वाली इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल, बरेली और मुरादाबाद मंडल में आईएमसी के 41 उम्मीदवारों को चुनाव मैदान में उतारने की बात कह रही है। उसका दावा है कि बड़ी संख्या में उसके उम्मीदवार जीतेंगे जिनकी राज्य की नई सरकार के गठन में महत्वपूर्ण भूमिका होगी।
इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना तौकीर रज़ा खाँ ने बरेली में एक प्रेस वार्ता में कहा कि 27 दिसंबर को लखनऊ के क्लार्क अवध होटल में मौलाना सलमान की अध्यक्षता में हुई एक बैठक में वह और पीस पार्टी के अध्यक्ष डॉ अयूब, भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर, कौमी एकता दल के संस्थापक अफजाल अंसारी, अपना दल की राष्ट्रीय अध्यक्ष कृष्णा पटेल, बुंदेलखंड कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजा बुंदेला, गौड़वाना गणतंत्र पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष देवेंद्र गौड़, इंडियन नेशनल लीग के राष्ट्रीय अध्यक्ष और भारतीय युवा कल्याण पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ सुलेमान अहमद, भारतीय जनसेवा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी लक्ष्मी शंकराचार्य, इंडियन जस्टिस पार्टी के अध्यक्ष डॉ उदित राज सोनकर, नेशनल लोकतांत्रिक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुहम्मद अरशद खां, राष्ट्रीय परिवर्तन मोर्चा के अध्यक्ष भगवान सिंह अपने साथियों सहित एकता मंच पर इसलिए एकत्र हुए हैं, क्योंकि उन्हें सत्ता में बदलाव लाना है, एक चोर के स्थान पर दूसरा चोर और अत्याचारी की जगह दूसरा अत्याचारी, ये सही बदलाव का फार्मूला नहीं है, हम लोग अत्याचारी की जगह सदाचारी और शासक की जगह सेवक का बदलाव लाना चाहते हैं।
मौलाना तौकीर ने कहा कि बैठक में तय हुआ है कि हर पार्टी अपने क्षेत्र से, जहां उसका असर है, वहां से चुनाव लड़ेगी, बाकी संगठन अपने उम्मीदवार हटाकर क्षेत्रीय पार्टी के उम्मीदवार को लड़ाएंगे। आईएमसी यह चाहती है कि उत्तर प्रदेश की जनता विवशता के कारण कभी सपा की और कभी बसपा की सरकार बनवाती है, दोनों ही जातिवाद की राजनीति करते हैं, कांग्रेस और भाजपा का वजूद उत्तर प्रदेश में लगभग समाप्त हो चुका है और आईएमसी और फ्रंट मानवता की राजनीति पर यकीन रखता है, इसीलिए उत्तर प्रदेश के सभी दलों ने मिलकर इत्तेहाद-ए-फ्रंट नाम से मोर्चा स्थापित किया है और फ्रंट उत्तर प्रदेश की सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगा।
मौलाना तौकीर रज़ा खाँ ने बिथरी चैनपुर से बृजेंद्र सिंह, फरीदपुर से चंद्रसेन सागर और भौजीपुरा से तसव्वुर खां को उम्मीदवार घोषित किया है, बाकी उम्मीदवारों की घोषणा नए साल के आगाज़ पर करने की संभावना व्यक्त की है। मौलाना ने दावा किया कि हम लोग दोनों मंडलों की सभी 41 सीटों के साथ-साथ इत्तेहाद-ए-फ्रंट के बैनर तले यूपी की इतनी सीटें जीत लेंगे कि अपनी सरकार बना सकें या हमारे बगैर उत्तर प्रदेश में सरकार का गठन ही संभव न हो सके। उन्होंने दावे से कहा कि उत्तर प्रदेश का चुनाव हम जीतेंगे।