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लखनऊ। उत्तर प्रदेश पुलिस ने पूरे राज्य में एक साथ, छब्बीस दिसंबर को सवेरे 11 बजे से दोपहर 2 बजे के बीच बैकों के आस-पास, प्रधान डाकघर एवं संवेदनशील स्थानों पर चेकिंग अभियान चलाया, जिसमें 39,066 वाहनों को रोककर 55,170 व्यक्तियों को चेक किया गया, 101 लोगों को विभिन्न धाराओं में गिरफ्तार किया गया, अभियान के दौरान 151 अभियोग पंजीकृत कराए गए, 4,267 वाहनों का एमबी एक्ट में चालान किया गया, 944 वाहन सीज किए गये और 3,09,250 रूपये शमन शुल्क वसूल किया गया। चेकिंग के दौरान 4 तमंचे, 10 कारतूस, 5 चाकू, एक स्कार्पियो, दो मोटरसाइकिलें और 12 चोरी की गई भैंसे बरामद हुईं एवं 4 लोग धारा 151 में गिरफ्तार किये गये। कुल 7,051 स्थानों पर यह चेकिंग हुई।
राज्य के अपर पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून-व्यवस्था, सुबेश कुमार सिंह ने बताया कि यह अभियान सुरक्षा के नजरिये से चलाया गया था। इसके लिए राज्य के परिक्षेत्रीय पुलिस महानिरीक्षकों एवं उपमहानिरीक्षकों को इस अभियान से पूर्व दिशा-निर्देश भेजे गए थे, जिनमें कहा गया था कि बैंकों के आसपास, प्रधान डाकघर एवं सुरक्षा के नजरिये से अन्य संवेदनशील स्थानों की चेकिंग की एक साथ कार्रवाई करायी जाए, बैंकों के आसपास और संवेदनशील स्थानों पर खड़े हुए दो पहिया वाहनों की सघन चेकिंग कराई जाए, चेकिंग के समय विशेष रूप से वांछित अपराधियों, अन्य अपराधियों, अवैध शस्त्र एवं अवैधानिक सामग्री हेतु सघन तलाशी ली जाए और चेकिंग के लिए निर्धारित किये गये स्थानों पर प्रभारी निरीक्षक, थानाध्यक्ष एवं उपनिरीक्षकों को पर्याप्त पुलिस बल के साथ लगाया जाए।
सुबेश कुमार सिंह ने बताया कि चेकिंग दल को स्पष्ट निर्देश दिये गए थे कि तलाशी लेते समय संपूर्ण कार्रवाई शालीनता के साथ की जाए, विशेषकर महिलाओं, बच्चों, बुजुर्गों एवं बीमार व्यक्तियों को इससे कोई असुविधा न हो। उन्होंने बताया कि यह अभियान पुलिस महानिदेशक ब्रजलाल के दिशा-निर्देश पर चलाया गया जिसमें यह भी अपेक्षा थी कि अति संवेदनशील स्थानों पर क्षेत्राधिकारी स्वयं चेकिंग करेंगे और अभियान का प्रभावशाली पर्यवेक्षण जनपद पुलिस प्रभारी और अपर पुलिस अधीक्षक करेंगे। उन्होंने दावा किया कि इस राज्य व्यापी चेकिंग अभियान के सार्थक परिणाम प्राप्त हुए हैं।