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नई दिल्ली। कोयला मंत्रालय एक जनवरी 2012 से नॉन-कुकिंग कोयले के लिए मौजूदा यूज़फुल हीट वैल्यु (यूएचवी) पर आधारित प्रणाली के बजाए ग्रॉस केलोरिफिक वैल्यु (जीसीवी) पर आधारित ग्रेडिंग प्रणाली अपनाने जा रहा है। यह नई प्रणाली एकीकृत ऊर्जा नीति समिति और कोयला क्षेत्र में सुधार के लिए प्रारूप पर विशेषज्ञ समिति की सिफारिशों के आधार पर शुरू की जा रही है। कोयला मंत्रालय ने दावा किया है कि प्रस्तावित नई ग्रेडिंग प्रणाली कोयला उपभोक्ता और उत्पादक दोनों के लिए लाभकारी होगी और नई प्रणाली से इसके मूल्य निर्धारण में कोई खास फर्क नहीं आएगा।