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बरेली। विधानसभा चुनाव की घोषणा होते ही राजनीतिक पार्टियों से उम्मीदवारों के निष्कासन, बग़ावत और जिताऊ प्रत्याशियों को अपनी तरफ खींचने की घमासान होड़ और जोड़-तोड़ शुरू हो गई है। बरेली कैंट विधानसभा से दस माह पहले घोषित बसपा प्रत्याशी इंजीनियर अनीस अहमद खां का ऐन मौके पर टिकट काट दिया गया, इससे क्षुब्ध अनीस अहमद खां ने सोमवार को अपने चुनाव कार्यालय पर एक प्रेस कांफ्रेस आयोजित की और इत्तेहाद-ए-मिल्लत कौंसिल के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा खां ने उन्हें अपनी पार्टी की सदस्यता ग्रहण करा कर इत्तेहादे फ्रंट का कैंट से ही प्रत्याशी घोषित कर दिया।
अनीस अहमद खां ने मीडिया से कहा कि 20 मार्च 2011 को होली वाले दिन मायावती ने उन्हें लखनऊ बुला कर कहा कि वे अपनी सर्विस छोड़ कर राजनीति में आकर बरेली कैंट से चुनाव लडें, इससे प्रभावित होकर मैंने नौकरी से इस्तीफा दे दिया और बसपा के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया, मगर ऐन मौके पर मुझे मायावती ने धोखा दे दिया, इसीलिए मैंने कैंट में आईएमसी के बैनर से विधानसभा चुनाव लड़ने का फैसला कर लिया है। अपने गुस्से का इजहार करते हुए अनीस खां ने कहा है कि मैं हर हाल में बरेली कैंट से विधायक बनूंगा यह मेरे चाहने वालों की हुंकार है।
उधर बरेली सिविल लाइंस के वेदी वैंकट हाल में एक विशाल जनसभा में बसपा के जोन को-आर्डिनेटर सुनील कुमार चित्तौड़ ने कैंट से बसपा प्रत्याशी पंडित राम गोपाल मिश्रा तथा भौजीपुरा से बसपा प्रत्याशी अखलाक अहमद के नामों की घोषणा कर दी है। आंवला सीट पर काफी लंबे समय से चली आ रही खींचतान को भी विराम लग गया, जब लोगों ने आंवला से समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी महिपाल सिंह का टिकट काट कर उनकी जगह डॉ विक्रम सिंह को प्रत्याशी बनाये जाने की खबरें पढ़ीं। डॉ विक्रम सिंह, सनहा की पूर्व विधायक सुमनलता सिंह के बेटे हैं।
इसके अलावा प्रेस क्लब बरेली में सोशलिस्ट पार्टी आफ इंडिया के जिलाध्यक्ष चौधरी नेकपाल सिंह ने बताया कि राष्ट्रीय लोकदल के वरिष्ठ नेता इंजीनियर अनुराग त्यागी और महानगर अध्यक्ष वीरेंद्र राठौर ने साथियों के साथ सोशलिस्ट पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली। वीरेंद्र राठौर को सोशलिस्ट पार्टी की युवा शाखा का अध्यक्ष नियुक्त करने के साथ राष्ट्रीय लोकदल छोड़ कर आये अनुराग त्यागी को शहर विधानसभा क्षेत्र से पार्टी का प्रत्याशी बनाया गया है और वे स्वयं आंवला विधान सभा से प्रत्याशी हैं।