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देहरादून। ‘दून सेल्टर्स सोसायटी फार द होम लेस’ के रैनबसेरे के दो वर्ष पूर्ण होने पर संस्था के सदस्यों ने एक कार्यक्रम का आयोजन किया। मुख्य अतिथि के रूप में सोसायटी के अध्यक्ष एवं जिलाधिकारी दिलीप जावलकर ने कहा कि वंचित बच्चों को अच्छी शिक्षा, संस्कार एवं उचित मार्गदर्शन देना निश्चित रूप से परोपकार एवं जनसेवा से जुड़ा कार्य है। निराश्रित, बेघर और भीख मांगने वाले बच्चों को उचित संरक्षण, उनकी शिक्षा की व्यवस्था कर उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के स्ट्रीट मार्ट के प्रयासों की जिलाधिकारी ने सराहना की। उन्होंने ऐसे बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए सामाजिक संगठनों से आगे आने की अपील की और रैनबसेरे की व्यवस्था के प्रति संतोष व्यक्त किया। इस अवसर पर रैनबसेरे के प्रबंधक आरएस सिकंद ने बताया कि रैन बसेरे में 100 से 110 तक व्यक्तियों के ठहरने की व्यवस्था है, जिसके लिए मात्र 5 रुपए शुल्क लिया जाता है, गद्दे और कंवल ठहरने वालों को मुफ्त में दिए जाते हैं। अपर जिलाधिकारी विनोद कुमार सुमन, सोसायटी के निदेशक डॉ कलहन, साइला बृजनाथ, नीलू खन्ना, चारू गोयल, वंदना उनियाल आदि उपस्थित थे।