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नई दिल्ली। वित्तमंत्री प्रणब मुखर्जी ने कहा है कि सऊदी अरब के साथ भारत के आर्थिक संबंध दोनों देशों की सामरिक साझेदारी के लिए महत्वपूर्ण घटक हैं। मुखर्जी, भारत–सऊदी अरब संयुक्त आयोग की बैठक का संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच व्यापार 25 अरब डालर तक पहुंच चुका है, लेकिन इसमें पेट्रोलियम और इससे संबंधित उत्पादन ही शामिल है, दोनों देशों के आपसी व्यापार में गैर-तेलीय उत्पादनों की बड़ी गुंजाइश मौजूद है, इसके साथ ही निवेश और संयुक्त उपक्रमों पर भी ध्यान केंद्रित करना होगा। उन्होंने कहा कि अतिरिक्त सेवाओं के क्षेत्र में भी हमारे आपसी व्यापार में वृद्धि की बड़ी संभावनाएं हैं। वित्त मंत्री ने कहा कि भारत-सऊदी अरब संयुक्त आयोग की यह बैठक रियाज में की गई घोषणा के बाद अब तक की गतिविधियों की समीक्षा का श्रेष्ठ अवसर है, इससे यह देखने का भी अवसर मिला है कि 2006 की दिल्ली घोषणा और 2010 की रियाज घोषणा में हमारे नेताओं में सहमत मुद्दों पर कितनी प्रगति हुई है।