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नई दिल्ली। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय ने प्रसन्न कुमार पिंचा को विशेष रूप से सक्षम व्यक्तियों का मुख्य आयुक्त नियुक्त किया है। उन्होंने 28 दिसंबर, 2011 को अपना पदभार ग्रहण कर लिया है। यह पहली बार हुआ है कि देश में विशेष रूप से सक्षम व्यक्ति को विशेष रूप से सक्षम व्यक्तियों का मुख्य आयुक्त (सीसीपीडी) नियुक्त किया गया है। पिंचा कानून में स्नातक तथा अंग्रेजी साहित्य में एमएस हैं। उन्हें सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय सर्वश्रेष्ठ कर्मचारी (दृष्टिवाधिता) वर्ष 1999 के राष्ट्रीय पुरस्कार से भी सम्मानित कर चुका है।
प्रसन्न कुमार पिंचा की नियुक्ति खास समय पर हुई है, क्योंकि सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय भी विकलांग व्यक्तियों के लिए नए अधिनियम को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया में है। इस संबंध में केंद्रीय मंत्री मुकुल वासनिक स्वयं विकलांगों के लिए प्रस्तावित नए अधिनियम में दिलचस्पी ले रहे हैं। प्रसन्न कुमार पिंचा, जन्म से दृष्टिवाधिता से ग्रस्त विकलांग अधिकारियों के जाने-माने कार्यकर्ता हैं। वे नेत्रहीनों के संस्कारी संस्थान जोरहाट असम के पूर्व संस्थापक प्राचार्य हैं। वे समाज कल्याण विभाग असम के पूर्व संयुक्त निदेशक, पूर्वोत्तर भारत के एक्शन एड (अंतर्राष्ट्रीय गैर-सरकारी संगठन) के वरिष्ठ प्रबंधक तथा विकलांग व्यक्तियों के अधिकारों के संयुक्त राष्ट्र कन्वेंशन पर एक्शन एड के कार्य की देखभाल करने वाले वरिष्ठ प्रबंधक एवं थीम लीडर भी रहे हैं। वे राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग से भी जुड़े रहे हैं। मुख्य आयुक्त बनने से पूर्व इस आयोग के विशेष रेप्पोरटियर थे।