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दूरस्थ शिक्षा की मोबाइल वैन को हरी झंडी

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शैक्षिक मोबाइल वैन/education mobile van

देहरादून। दूरस्थ शिक्षा को बढ़ावा देने और राज्य के सुदूरवर्ती क्षेत्रों तक उच्च शिक्षा के प्रचार-प्रसार एवं जरूरतमंद लोगों तक उच्च शिक्षा एवं व्यवसायिक शिक्षा को पहुंचाने के लिए उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय की मोबाइल वैन बहुत कारगर साबित होगी। यह बात उत्तराखंड की राज्यपाल मार्ग्रेट आल्वा ने उमुवि की शैक्षिक मोबाइल वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना करने से पूर्व राजभवन में आयोजित एक औपचारिक समारोह में कही।
राज्यपाल ने कहा कि प्रत्येक जनपद में कम से कम एक वैन इस अभियान के लिए संचालित की जाए, जिसके अंतर्गत होटल एवं पर्यटन व्यवसाय के अतिरिक्त खाद्य एवं पोषण जैसे पाठ्यक्रमों को भी शामिल किया जाए। इससे राज्य में कुपोषण एवं रक्त अल्पता जैसी समस्याओं के प्रति जनसमुदाय को जागरूक करने में मद्द मिल सकती है। राज्यपाल ने विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर विनय कुमार पाठक की उनकी सकारात्मक सोच और शिक्षा के क्षेत्र में प्रदेश में विश्वविद्यालय को एक पहचान दिलाने के लिए सराहना की और कहा कि विश्वविद्यालय का यह प्रयोग बैंचमार्क साबित होगा। उन्होंने संचार एवं सूचना तकनीक के आधुनिक युग में इस प्रयोग को परंपरागत उच्च शिक्षा के अवसरों से वंचित युवाओं विषेशतः महिलाओं के लिए बहुत प्रभावी माध्यम बताया।
उमुवि के होटल प्रबंधन एवं पर्यटन विद्या शाखा का यह प्रयोग इंडियन नॉलेज कार्पोरेशन (आईकेसी) के सहयोग से संचालित किया जा रहा है। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर विनय कुमार पाठक ने विश्वविद्यालय की उपलब्धियों और आगामी योजनाओं पर प्रकाश डालते हुए अतिथियों का धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि प्रारंभ में इस मोबाइल वैन से केवल होटल प्रबंधन के सर्टिफिकेट्स कार्यक्रमों का संचालन किया जाएगा, लेकिन धीरे-धीरे सभी संभावित और राज्य के युवाओं के लिए आवश्यक कार्यक्रमों का संचालन भी इस वैन के माध्यम से किया जायेगा।
कार्यक्रम का संचालन विश्वविद्यालय के प्रबंधन विद्या शाखा के निदेशक प्रोफेसर आरसी मिश्र ने किया। इस अवसर पर राज्यपाल के प्रमुख सचिव अशोक, आईकेसी के एमडी बोरखड़े, विवि के कुलसचिव सुधीर बुड़ाकोटी, उत्तरांचल संस्कृत विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ सुधारानी पांडेय, उत्तराखंड तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ डीएस चौहान, प्रोफेसर गोविंद सिंह, प्रोफेसर दुर्गेश पंत, प्रोफेसर गिरीजा पांडेय, प्रोफेसर एचपी शुक्ला, उप कुलसचिव डीके सिंह, डॉ फारूख सहित अनेक शिक्षाविद, बुद्धीजीवी एवं होटल मैनेजमेंट के विद्यार्थी उपस्थित थे।

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