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नई दिल्ली। अखिल भारतीय हिंदू महासभा ने बुधवार को आपात कालीन बैठक कर कहा है कि कर्बला, जोरबाग, बीके दत्त कॉलोनी में 15 जनवरी की शाम को उपद्रव की जो घटना घटी, वह अत्यंत निंदनीय है, जिसमें दिल्ली पुलिस पर उपद्रवियों और असामाजिक तत्वों ने पथराव किया, कई दूसरी वस्तुएं फेंकी, जिससे कई पुलिस वाले आंशिक और गंभीर रूप से घायल हुये हैं। अखिल भारतीय हिंदू महासभा ने इसकी कड़े शब्दों में निंदा की है और स्थानीय हिंदुओं को सावधान किया है कि इस तरह की घटना का वे एकजुटता दिखाकर विरोध करें।
न्यायालय के आदेशानुसार गेट बंद रखने के निर्देश दिये गये थे, उस गेट से प्रशासन की उपस्थिति में छेड़छाड़ की गयी, इसके लिये हिंदू महासभा ने प्रशासन से अपील की है कि दंगाईयों के विरूद्ध कड़ी से कड़ी कारवाई की जाये। गेट को खोलने की कोई आवश्यकता नही थी, क्योंकि वहां पर तीन गेट और भी मौजूद हैं, सिर्फ और सिर्फ यह तनाव की स्थिति उत्पन्न करने के लिये किया गया प्रकरण था। महासभा ने कहा है कि इसके अलावा एक और मस्जिद के साथ लगे पार्क को कब्जाने की नाकाम कोशिश की जा रही है, जो कि विगत 60-70 साल से पार्क था और है।
महासभा के दिल्ली प्रदेश के उपाध्यक्ष चौधरी अंग्रेज सिंह का कहना है कि कर्बला कि वास्तविक ज़मीन में करीब अस्सी प्रतिशत जगह शियाओं ने राजधानी नर्सरी को किराये पर दी हुई है। शिया, राजधानी नर्सरी से वह ज़मीन खाली कराएं और अपने जो भी कार्यक्रम हैं, वह नर्सरी वाली जगह पर करें। महासभा ने प्रशासन से मांग की है और मानवीय सलाह दी है कि उस पार्क को विकसित करके बीके दत्त कॉलोनी के लोगों के हवाले किया जाए और उस विवादित गेट को हमेशा के लिये बंद कर दिया जाए, जिससे टकराव की स्थिति कभी उत्पन्न न हो।