स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
देहरादून। भाजपा ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने हमेशा अपनी जनसभाओं में केवल झूठे सपने दिखाए हैं और झूठे वायदे किए हैं, उन्होंने उत्तराखंड के ज्वलंत मुद्दों पर अपना मुंह न खोलकर यह साबित कर दिया है कि कांग्रेस सही मायने में उत्तराखंड विरोधी है। औद्योगिक पैकेज, राशन, गैस, मिट्टी का तेल, त्यौहारों पर चीनी आदि का कोटा कम किये जाने पर सोनिया का कुछ न बोलना इस बात का संकेत है कि उनका आम आदमी से कोई लेना-देना नही है, जबकि केवल भाषणों में उत्तराखंड की भाजपा सरकार को भ्रष्टाचारी बताने से उत्तराखंड की जनता की समस्याएं हल नही हो सकतीं, चाहे टिहरी की जनसभा हो या रूड़की की, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया ने उत्तराखंड के लिये कोई नई घोषणा नही की है, वैसे भी गले तक भ्रष्टाचार में डूबी केंद्र सरकार को चलाने वाली कांग्रेस अध्यक्ष को कुंभ पर आरोप लगाने का हक नही है।
भाजपा का कहना है कि सोनिया गांधी ने कुंभ पर जो टिप्पणी की है, वह पूरी तरह अर्तक संगत है, उन्होंने उत्तराखंड की सरकार पर आरोप लगाकर उत्तराखंड की जनता का अपमान किया है, उन्हें आरोप लगाने से पहले सभी मामलो का अध्ययन करना चाहिए था। कैग ने सरकार पर कोई आरोप नही लगाया है, वरन केवल सीवेज सिस्टम के प्रकरणो पर ही टिप्पणी की है, वह भी सीवेज सिस्टम को पूरा न करने पर टिप्पणी की है, जिसमें किसी भ्रष्टाचार की बात नही कही गयी है। कुंभ में सड़क, घाटों के निर्माण और अन्य मामलों पर कैग ने सरकार के प्रयासों की सराहना की है, पूरे विश्व में कुंभ के प्रबंधन और व्यवस्था की सराहना हुई है, ऐसे में सोनिया गांधी का केवल राजनैतिक द्वेष से आरोप लगा देना किसी भी कीमत पर उचित नही है।
भाजपा चुनाव अभियान समिति के प्रवक्ता विश्वास डाबर ने कहा है कि उत्तराखंड की भाजपा सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाना बेमानी है, जो कांग्रेस गले तक भ्रष्टाचार में डूबी है, जिसके एक नही, कई मंत्री भ्रष्टाचार के कारण जेलो में हैं और कुछ पर तलवार लटक रही है, ऐसी कांग्रेस की अध्यक्ष का उत्तराखंड सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाना, उनके उत्तराखंड के बारे में कम ज्ञान का प्रतीक है। कांग्रेस अब तक सबसे भ्रष्ट पार्टी साबित हुई है, जिसने अपने शासनकाल में केवल भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया है।
विश्वास डाबर ने कहा कि सोनिया गांधी ने एम्स को अपनी उपलब्धि बताया है, जबकि एनडीए सरकार के कार्यकाल में तत्कालीन केंद्रीय मंत्री सुषमा स्वराज ने एम्स का शिलान्यास किया था, उस संदर्भ में कांग्रेस की सरकार आने पर कोई कार्यवाही नही हुई, यह तो चोर मचाये शोर वाली स्थिति है। कांग्रेस ने सदैव घपले, घोटाले किये हैं और दूसरों पर झूठे आरोप लगाकर राजनैतिक लाभ उठाया है, देखा जाए तो सोनिया गांधी की जनसभा पूरी तरह फ्लाप कार्यक्रम रहा है, इस जनसभा में जिस तरह से उत्तर प्रदेश सरकार से लोग ढो कर लाये गये, उसे सफलता का प्रतीक बताना, उचित प्रतीत नही होता। केंद्र सरकार ने राशन की व्यवस्था में 20 से 70 प्रतिशत तक की कमी की है, राशन का कोटा जानबूझकर माह के आखिर में दिया गया है, जिससे आम आदमी को समस्या हो और इसकी गाज प्रदेश सरकार पर गिरायी जा सके, इसी प्रकार मिट्टी के तेल के कोटे में 20 प्रतिशत कमी की गयी है जो केंद्र सरकार की मानसिकता का प्रतीक है।