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नई दिल्ली। भारत ने मारीशस को अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र के विकास के लिए सहायता देने का प्रस्ताव किया है। नवीकरणीय एवं अक्षय ऊर्जा विभाग मंत्री डॉ फारूख अब्दुल्ला ने अपनी हाल की मारीशस यात्रा के दौरान मारीशस के प्रधानमंत्री डॉ नवीन चंद्र राम गुलाम से मुलाकात की और वहां के उप प्रधानमंत्री और ऊर्जा मंत्री डॉ अहमद रशीद बीबाजान एवं अन्य मंत्रियों से वार्ता की। इस चर्चा के दौरान डॉ अब्दुल्ला ने मारीशस को वायु, सौर और जैव ताप ऊर्जा सहित सभी अक्षय ऊर्जा संसाधनों के दोहन के लिए सहायता की पेशकश की। इसके साथ ही डॉ अब्दुल्ला ने वहां की अक्षय ऊर्जा के लिए नीति तथा रूप-रेखा के क्षेत्र में क्षमता विकास और सहायता बढ़ाने का भी प्रस्ताव किया। इस अवसर पर उन्होंने विविधिता और बहुसांस्कृतिक परंपराओं से परिपूर्ण दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक और सौहाद्पूर्ण संबंधों की विशेष रूप से चर्चा की।
डॉ अब्दुल्ला मारीशस के पहले प्रधानमंत्री सरशिव सागर राम गुलाम के नाम पर पोर्टलुई में बनाए गए, सरशिव सागर राम गुलाम वनस्पतिक उद्यान गए। वहां उन्होंने दिवंगत प्रधानमंत्री की समाधि पर पुष्पांजलि भी अर्पित की। इसके साथ ही वो वहां के अप्रवासी घाट भी गए। अब यह घाट यूनेस्को के विश्व धरोहर स्थलों में से एक है। प्राचीन काल में, भारत से मारीशस में काम करने के लिए आने वाले लोग सबसे पहले इसी घाट पर उतरते थे। इसके साथ ही डॉ अब्दुल्ला ने स्थानीय कौंसिल हाल में आयोजित नागरिक स्वागत समारोह में सामाजिक-सांस्कृतिक संगठनों के साथ भाग लिया।