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नई दिल्ली। आवास और शहरी गरीबी उन्मूलन मंत्री कुमारी सैलजा ने कहा है कि प्रस्तावित राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के तहत शहरी गरीबी से संबंधित प्राथमिक मुद्दे जैसे कौशल उन्नयन, उद्यमिता विकास और ऋण उपलब्धता पर विशिष्ट ध्यान दिया जाएगा। मंगलवार को ‘शहरी आजीविका के प्रति मिशन मोड दृष्टिकोण’ पर राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए कुमारी सैलजा ने कहा कि इससे शहरी गरीबों को शहरी क्षेत्रों में आर्थिक वृद्धि के कारण सृजित रोज़गार और स्वरोजगार के अवसरों को इस्तेमाल करने का मौका प्राप्त होगा। एनयूएलएम कार्यक्रमों और नीतियों को लागू करने के लिए विभिन्न एजेंसियों के साथ केंद्र, राज्य और शहर के स्तर पर सक्रियता से काम करेगी, खास तौर पर शहरी गरीबों के लिए ताकि वे इन कार्यक्रमों के तहत उन्हें प्राप्त होने वाली सुविधाओं का लाभ उठा सकें।
आवास मंत्री ने कहा कि सरकार इस मिशन का निर्माण मुक्त संरचना के साथ करना चाहती है, ताकि बहुपक्षीय दृष्टिकोण पर विचार करने और देश के विभिन्न भागों की ज़रुरतों के अनुकूल सामंजस्य स्थापित किया जा सके। उन्होंने कहा कि एनयूएलएम पर एक दृष्टिकोण पत्र भी परिचालित किया गया है और इस पत्र में योजना को लागू करने के विशिष्ट मॉडल, विभिन्न गतिविधियों का निधियन और परस्पर आवंटन पर गौर किया गया है, हालांकि इसे अंतिम अथवा बाध्यकारी नहीं माना जाना चाहिए।