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लखनऊ। भारतीय पुलिस सेवा के वरिष्ठ अधिकारी और महानिरीक्षक, सशस्त्र सीमा बल के महानिदेशक अनिल अग्रवाल को पुलिस में उनकी विशिष्ट सेवाओं के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक के लिए चयनित किया गया है, 26 जनवरी को राष्ट्रपति प्रतिभादेवी सिंह पाटिल उन्हें राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित करेंगी। अनिल अग्रवाल उत्तर प्रदेश संवर्ग 1988 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। उन्होंने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के रूप में गोरखपुर, फैजाबाद, वाराणसी और लखनऊ जैसे संवेदनशील एवं प्रशासनिक दृष्टि से महत्वपूर्ण जनपदों में कार्य किया है, वे उत्तर प्रदेश एसटीएफ के प्रमुख भी रहे हैं। इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस प्रक्रियाओं की परिपक्वता में उनका योगदान उल्लेखनीय माना जाता है। इस तरह की कुछ प्रक्रियाएं अब पुलिस अकादमी हैदराबाद में प्रशिक्षु पुलिस अधिकारियों के प्रशिक्षण कार्यक्रमों के साथ जोड़ दी गई हैं।
अनिल अग्रवाल वर्ष 2006 में एसएसबी में प्रतिनियुक्ति पर आए। उन्होंने 2007 में बहराइच जनपद के बिछिया क्षेत्र से सटे गांवों में फैलते नक्सलवाद को पहचाना और एक प्रभावशाली कार्ययोजना बनाकर उस क्षेत्र से नक्सलवाद को मिटाने के कारगर प्रयास किए जिसके परिणामस्वरूप वह उस क्षेत्र के ग्रामीणों को राष्ट्र की मुख्यधारा में लाने में काफी हद तक कामयाब हुए। अनिल अग्रवाल ने एसएसबी के संस्थागत विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है, उनके प्रयासों से अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर पीलीभीत, श्रावस्ती और बलरामपुर जनपदों की सीमा चौकियों की पुर्नस्थापना एकदम अंतर्राष्ट्रीय सीमा रेखा पर की गई। यह कदम राष्ट्र की भौगोलिक अखंडता की रक्षा, सुरक्षा बलों को सुरक्षा प्रबंधन में सामरिक लाभ और सीमापार के माओवादियों के प्रभाव को सीमित करने एवं उनका उचित प्रतिरोध करने के दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण है। इन क्षेत्रों में वन्य संपदा और वन्य जीवों के संरक्षण और सीमावर्ती क्षेत्रों के निवासियों को अपराधियों से सुरक्षा प्रदान करने में सीमा चौकियों का योगदान दिखाई देने लगा है।
अनिल अग्रवाल के नेतृत्व में एसएसबी की सभी वाहिनियों के आधारभूत ढांचे में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। बिरला तकनीकी संस्थान पिलानी से स्नातक, अनिल अग्रवाल ने सूचना प्रौद्योगिकी का प्रभावी उपयोग करते हुए सीमा पर सर्विलांस कैमरे, कोलाबरेटिव वेबसाइट, इंवेंट्री मैनेजमेंट सिस्टम, आसूचनाओं का संग्रह एवं संचालन आदि कई प्रशासनिक प्रक्रियाओं को अधिक प्रभावी एवं उद्देश्यपूर्ण बनाया है। गणतंत्र दिवस 2012 के अवसर पर सशस्त्र सीमा बल के 11 अन्य अधिकारियों एवं कर्मचारियों को भी भारतीय पुलिस पदक के लिए चयनित किया गया है, इनमें लखनऊ सीमांत के तीन अधिकारी जगदीप पाल सिंह बलाधिकारी (प्रचालन), मुकेश खंडेलवाल अधिशाषी अभियंता एवं पीसी पांडेय सहायक अभियंता शामिल हैं।