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नई दिल्ली। दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर दिनेश सिंह ने कहा है कि ‘रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन में काम करने के अवसर की बात सुनते ही विद्यार्थियों के चेहरे पर रौनक आ जाती है।’ वह 23 जनवरी को आयोजित एक समारोह में दिल्ली विश्वविद्यालय के शिक्षक-समूह और डीआरडीओ के प्रमुख वैज्ञानिकों को संबोधित कर रहे थे।
अकादमिक परिचर्चा और अनुसंधान एवं विकास (आरएंडडी) गठजोड़ को बढ़ावा देने के लिए डीआरडीओ और दिल्ली विश्वविद्यालय के बीच हुए सहमति ज्ञापन के संदर्भ में इस समारोह का आयोजन किया गया था। रक्षा मंत्री के वैज्ञानिक सलाहकार, आरएंडडी रक्षा विभाग में सचिव और रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन के महानिदेशक डॉ विजय कुमार सारस्वत ने अपने संबोधन में रक्षा मंत्री के प्रथम वैज्ञानिक सलाहकार और दिल्ली विश्वविद्यालय के सुप्रसिद्ध भौतिक विज्ञानी प्रोफेसर डीआर कोठारी के समय से ही दिल्ली विश्वविद्यालय और डीआरडीओ के दीर्घकालीक गठजोड़ को रेखांकित किया।
सुप्रतिष्ठित वैज्ञानिक और डीआरडीओ के अनुसंधान और विकास (मानव संसाधन) के मुख्य नियंत्रक डॉ भुजंग राव ने कहा कि दो प्रमुख संगठनों के एक साथ आने पर परस्पर तालमेल विकसित होगा और सहमति ज्ञापन सभी हितधारकों को उत्कृष्ट अवसर प्रदान करेगा। इस अवसर पर दिल्ली विश्वविद्यालय के पंजीयक आरके सिन्हा, कलस्टर इनोवेशन सेंटर के प्रमुख प्रोफेसर मदन मोहन चतुर्वेदी, डीआरडीओ के मानव संसाधन विकास निदेशक डॉ एके सिंह और दिल्ली विश्वविद्यालय के कुछ अन्य वरिष्ठ प्रोफेसर भी उपस्थित थे।