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नई दिल्ली। द्वितीय राष्ट्रीय मतदाता दिवस का राष्ट्रीय समारोह बुधवार को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में मनाया गया। यह परंपरा भारत के निर्वाचन आयोग के स्थापना दिवस को मनाने और लोकतांत्रिक प्रक्रिया में मतदाताओं, विशेष रूप से युवा वर्ग की भागीदारी बढ़ाने के लिए पिछले साल शुरू की गई थी। सभी मतदाताओं ने राष्ट्रीय मतदाता दिवस की शपथ ली। पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम मुख्य अतिथि थे, उन्होंने समाज के विभिन्न वर्गों से संबंधित, दिल्ली के 20 मतदाताओं को मतदाता फोटो पहचान पत्र दिए। उसके साथ मतदाता होने पर गर्व-मतदान के लिए तैयार संबंधी एक बैज भी दिया। समारोह में मुख्य चुनाव आयुक्त डॉ एसवाई कुरैशी, चुनाव आयुक्त वीएस संपथ तथा एचएस ब्रह्मा, प्रतिष्ठित विदेशी गणमान्य व्यक्ति एवं राजनीतिक पार्टी के प्रतिनिधि भी शामिल थे। डॉ कलाम ने चार जिला निर्वाचक अधिकारियों, पुलिस अधीक्षकों को सर्वश्रेष्ठ चुनावी कार्यप्रणाली अपनाने के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार भी दिए। यह पुरस्कार मयूर माहेश्वरी डीईओ, रमाबाईनगर (उत्तर प्रदेश) प्रभव कुमार एसपी बांकुड़ा (पश्चिम बंगाल) अमित सिंगला, डीईओ, उत्तर पश्चिम दिल्ली तथा एस संगीता, आरडीओ, त्रिची पश्चिम आरओ (तमिलनाडू) को दिए गए।
मुख्य अतिथि डॉ कलाम ने निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनाव आयोजित करने के लिए भारत के चुनाव आयोग की सराहना की। डॉ कलाम ने कहा कि युवा, लोकतंत्र के जोशीले सहभागी हैं। उन्होंने कि भविष्य में चुनाव आयोग द्वारा बेहतर कार्य-निष्पादन हो, इसके लिए यह ज़रूरी है कि सूचना और संचार प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल चुनाव प्रक्रिया में हो, इससे न केवल धन की बचत होगी बल्कि चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता का रास्ता भी खुलेगा। उन्होंने कहा कि गरीबों को गरीबी के चंगुल से छुड़ाने के लिए भारत को विकासशील राजनीति की ओर रुख करने चाहिए। उन्होंने कहा कि धन और राजनीति के परस्पर संबंध को खत्म करना होगा तथा इसमें अंतरआत्मा की बहुत बड़ी भूमिका होगी।
मुख्य चुनाव आयुक्त डॉ एसवाई कुरैशी ने कहा कि राष्ट्रीय मतदाता दिवस समारोह एक मिशन मोड के तहत मनाया जाता है और इसका उद्देश्य भारत के सभी मतदाताओं का पहचान पत्र बनाना है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय मतदाता दिवस पर केवल मतदाताओं को शपथ दिलाना नहीं है, बल्कि ये भी सुनिश्चित करना है कि आयोग मतदाताओं की भागीदारी आकर्षित और अनुकूल बनाने के लिए और अधिक कार्य करे। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने आवश्यक सूचना के प्रसार, मतदाताओं को प्रोत्साहित तथा उनकी भागीदारी आसान करने हेतु सुनियोजित मतदाता शिक्षा तथा चुनावी भागीदारी कार्यक्रम के तहत सशक्त अभियानों की शुरूआत की है।
चुनाव आयुक्त वीएस संपथ ने कहा कि भारत के चुनाव आयोग के लिए यह बहुत सम्मान की बात है कि राष्ट्रीय मतदाता दिवस पर कि उसके राष्ट्रीय ब्रांड अंबेसडर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय मतदाता दिवस नागरिकों विशेषकर युवाओं के सशक्तिकरण हेतु भारत के चुनाव आयोग का एक प्रमुख कार्यक्रम है, आज देश के 8.5 लाख मतदान स्टेशनों पर ऐसे ही कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं। तीसरे चुनाव आयुक्त एचएस ब्रह्मा ने कहा कि आयोग को मतदाता की जागरूकता संबंधी कार्यक्रम पर ध्यान देने के साथ राजनीतिक प्रक्रिया में लोगों की बेहतर और व्यापक भागीदारी पर भी ध्यान देना चाहिए। चुनाव आयोग के महानिदेशक अक्षय राउत ने कहा कि आयोग के लिए यह बहुत सम्मान की बात है कि डॉ कलाम मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए। उन्होंने विदेशी गणमान्य व्यक्तियों, राजनीतिक पार्टियों के प्रतिनिधियों, मीडिया कर्मियों तथा अन्य अतिथियों को उनके सहयोग तथा भागीदारी के लिए धन्यवाद दिया।
राष्ट्रीय मतदाता दिवस के पीछे निर्वाचन आयोग का उद्देश्य अधिक मतदाता, विशेष रूप से नए मतदाता बनाना है। इस दिवस पर मतदाताओं में मतदान प्रक्रिया में कारगर भागीदारी के बारे में जानकारी फैलाने की कोशिश भी की जाती है। मतदाताओं के पंजीकरण संबंधी खबरों के अनुसार देशभर में लगभग 3.83 करोड़ नए पंजीकरण किए गए हैं। इनमें से 1.11 करोड़ मतदाता 18-19 वर्ष आयु समूह के हैं, जो पहली जनवरी, 2012 को बनाये गए। यह मतदाता योग्यता की तिथि थी। पिछले वर्ष 52 लाख युवा मतदाता बनाए गए थे, जिन्होंन 18 वर्ष की आयु प्राप्त कर ली थी। यह विश्व में किसी स्थान पर एक दिन में युवाओं के सबसे बड़े सशक्तीकरण को उल्लिखित करता है।