स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
शिकागो। केंद्रीय वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने अमरीका के शिकागो शहर की दो दिन की सरकारी यात्रा के दौरान वैश्विक मामलों पर शिकागो की परिषद को संबोधित किया, इसमें विश्वभर के कारोबार से संबंधित क्षेत्र के अनेक लोग भाग ले रहे हैं। इन व्यवसाय विशेषज्ञों में विश्वभर से 500 अग्रणी कंपनियों के प्रतिनिधि सम्मिलित हैं। शिकागो की ऐसी 32 कंपनियां जिनमे बोइंग, कैटरपिलर, मैकडोनाल्डस, क्राफ्ट, एबोट, लेबोरटरीज और सारा ली भी हैं, भाग ले रही हैं। वित्त मंत्री ने कहाकि विश्व अर्थव्यवस्था में भारत संसाधनों, प्रौद्योगिकी हुनर आदि के मामले में बेहतर स्थिति में है। भारत की स्थिति विभिन्न क्षेत्रों में पर्याप्त संसाधनों से युक्त है और यहां की प्रौद्योगिकी की स्थिति से बेहतर है।
वित्त मंत्री के अन्य प्रमुख कार्यकलापों में शिकागो के कला संस्थान में स्वामी विवेकानंद स्मारक पट्टिका का अनावरण, भारत सरकार और शिकागो के कला संस्थान में टैगोर की चित्रकला प्रदर्शनी का उद्घाटन और भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के दो समझौतों पर हस्ताक्षर शामिल हैं-विवकानंद मेमोरियल प्रोग्राम और म्यूजियम के लिए शिकागो कला संस्थान और द इंडियन मिनिस्टरी ऑफ कल्चर विवेकानंद चेयर की स्थापना (शिकागो विश्वविद्यालय के साथ अनुदान)। स्वामी विवेकानंद के जीवन में शिकागो का विशेष स्थान है, इसी स्थान पर उन्होंने 11 सितंबर 1893 में विश्व धर्म संसद के समक्ष स्मरणीय संबोधन किया जो भारत के सांस्कृतिक इतिहास का एक चमकता हुआ क्षण था।
केंद्रीय वित्त मंत्री की यात्रा के दौरान द इंडियन मिनिस्टरी ऑफ कल्चर विवेकानंद चेयर के सृजन के लिए समझौते पर हस्ताक्षर किये। इसके निर्माण के लिए शिकागो विश्वविद्यालय 15 लाख अमरीकी डॉलर का अनुदान प्रदान करेगा। शिकागो विश्वविद्यालय ने ‘द इंडियन मिनिस्टरी ऑफ कल्चर विवेकानंद चेयर’ की स्थापना के उद्देश्य से स्वामी विवेकानंद की 150वीं वर्षगांठ, प्रचार-प्रसार, को प्रोत्साहन दिया और शिकागो विश्वविद्यालय और भारत सरकार के बीच शोध शास्त्रों के माध्यम से आदान-प्रदान को बढ़ाया। प्रणब मुखर्जी ने विवेकानंद की हंस-प्रतिमा का उद्घाटन किया, इसे 11 सितंबर 1893 को विश्व धर्म संसद के समक्ष स्वामीजी के ऐतिहासिक शिकागो उद्बोधन की स्मृति में विश्व शिकागो संग्रहालय के सामने स्थापित किया गया है।
संग्रहालय उत्कृष्टता के लिए विवेकानंद स्मारक कार्यक्रम के वास्ते वित्त मंत्री ने एक समझौते पर भी हस्ताक्षर किए। शिकागो कला संस्थान, भारत सरकार से मिलकर एक व्यापक ज्ञान क्षेत्र प्रदान करने के लिए चार वर्ष तक सहयोग करेगा और शिकागो के कला संस्थान के कार्यक्रम संचालन के लिए 500,000 अमरीकी डॉलर की धनराशि उपलब्ध करायेगा। रवींद्रनाथ ठाकुर की 150वीं वर्षगांठ मनाने के कार्यक्रम के अलावा कई अन्य कार्यक्रम भी अमरीका में आयोजित किए गए। ये कार्यक्रम अमरीका, फ्रांस, जर्मनी, सिंगापुर, जापान और दक्षिण कोरिया द्वारा चलाए जाएंगे। सभी कार्यक्रम, विश्व भारती विश्वविद्यालय के सहयोग से चलाए जाएंगे। वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने शिकागो के कला संस्थान में प्रदर्शनी का उद्घाटन किया।