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लखनऊ।श्री साई सेवाश्रम के तत्वाधान में इकोफ्रेंडली सरस्वती पूजा की गई। इस अवसर पर प्रथम बार पूजा मंडप में शिव के रूप में शिरडी साई बाबा के आदमकद चित्र के सामने उनकी पुत्री कला, विद्या, संगीत एवं संस्कृति की प्रतीक वागदेवी माँ सरस्वती की प्रतिमा स्थापित की गई। वसंत पंचमी को प्रातः 10 बजे पंडित संतोष सरकार ने माँ सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष घट स्थापन के साथ चक्षुदान प्राण प्रतिष्ठा, पूजा एवं अर्चना की, कलम दवात तथा पुस्तक पूजन के पश्चात पुष्पांजलि, हवन तथा प्रसाद वितरण हुआ। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में सेवाश्रम के सदस्यों ने भाग लिया।
सेवाश्रम की महासचिव डॉ अर्चना ने बताया कि इस वर्ष सेवाश्रम में न केवल ईकोफ्रेंडली सरस्वती पूजा का आयोजन किया गया बल्कि अन्य पूजा मंडपों एवं मूर्तिकारों से ईकोफ्रेंडली पूजा आयोजित करने की अपील भी की। उन्होंने बताया कि पूजा मंडप में किसी भी तरह का प्लास्टिक तथा पालीथीन का प्रयोग नही किया गया था तथा प्रसाद वितरण एवं सज्जा में हरे पत्ते के दोने और कागज़ का इस्तेमाल किया गया। माँ सरस्वती की प्रतिमा के साज श्रंगार में भी किसी भी तरह की प्लास्टिक का प्रयोग नही किया गया। प्रतिमा को ‘पर्यावरण मित्र’ बनाने के लिये मिट्टी, पोआल, वाटरकलर के साथ शोला श्रंगार से तैयार किया गया था। शाम को 108 दियों के साथ संध्या आरती की गयी, प्रसाद वितरण के साथ कार्यक्रम समाप्त हुआ।