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एनसीसी रैली में कैडेट्स का शानदार प्रदर्शन

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एनसीसी कैडेट्स एवं प्रधानमंत्री/ncc cadets and pm

नई दिल्ली। राष्‍ट्रीय कैडेट कोर के इति‍हास में उस समय एक शानदार अध्‍याय की शुरूआत हुई, जब प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने देश के युवा संरक्षकों की घुड़सवार और पैदल टुकड़ि‍यों के एनसीसी कैडि‍टों की दि‍ल्‍ली छावनी के गैरीसन परेड ग्राउंड में आयोजि‍त भव्‍य परेड में सलामी ली। सत्रह एनसीसी नि‍देशालयों के ऊर्जा और देशभक्‍ति ‍के भावों से ओतप्रोत एनसीसी कैडि‍ट एक लघु भारत का नजारा प्रस्‍तुत कर रहे थे, जि‍समें एकता में वि‍वि‍धता की झलक दि‍खाई देती थी और सभी के दि‍ल जोश और उमंग से भरे हुए थे। नौ मि‍त्र देशों के 97 कैडि‍ट भी युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम के अंतर्गत आए हुए थे और उन्‍होंने भारतीय कैडि‍टों के साथ कदम से कदम मि‍लाकर परेड में हि‍स्‍सा लि‍या।
इस परेड की शुरूआत पागल (Pagal) जि‍मखाना और खेल के रूप में 1951 में हुई, लेकि‍न इसका वर्तमान रूप 1954 में बना, तब से सभी प्रधानमंत्री इस समारोह की अध्‍यक्षता करते रहे हैं और इसे प्रधानमंत्री रैली के रूप में जाना जाता है। मार्च पास्‍ट के बाद एनसीसी की तीनों शाखाओं के कैडि‍टों के करतबों का शानदार प्रदर्शन हुआ। शुरू में मंच के सामने से सेनाओं के ध्‍वज और एनसीसी का ध्‍वज उठाए तेज दौड़ते हुए घुड़सवार नि‍कले, जो तीनों सेनाओं के एकीकरण के प्रतीक के रूप में नजर आ रहे थे। उसके बाद सेना शाखा के कैडि‍टों ने हेलीकाप्‍टरों से रोमांचकारी कूद का प्रदर्शन कि‍या, एनसीसी कैडि‍टों की लड़ाका टीम ने दुश्‍मनों के ठि‍काने पर हमला कि‍या, एनसीसी कैडि‍टों की और टुकड़ि‍यां आईं और हताहतों को वहां से ले जाया गया। एनसीसी कैडि‍टों के साहसि‍क और रोमांचकरी पैरा-सेलिंग प्रदर्शन को दर्शकों ने बहुत सराहा।
इसके बाद थल सेना, वायु सेना, नौ सैनि‍क शाखा, खेलों और सामाजि‍क गति‍वि‍धि‍यों को दर्शाने वाली 5 झांकि‍यां आईं, जि‍नमें कैडि‍टों की वि‍भि‍न्‍न गति‍वि‍धि‍यों–स्‍कूबा डाइविंग, माइक्रोलाइट फ्लाइंग, भारतकुंट चोटी की चढ़ाई, सुब्रतो कप फुटबाल चैंपि‍यनि‍शप की जीत के क्षणों की झलक तथा सामाजि‍क और सामुदायि‍क वि‍कास की झलकि‍यां शामि‍ल थीं। इसके उपरांत सारे जहां से अच्‍छा की मधुर धुन पर हजारों कैडि‍टों ने सामूहि‍क व्‍यायाम का प्रदर्शन कि‍या। यह धुन पूर्वोत्‍तर क्षेत्र और सिंधि‍या स्‍कूल के बैंडों द्वारा बजाई जा रही थी। इसके बाद नृत्‍य का कार्यक्रम हुआ, जि‍समें शास्‍त्रीय, वर्तमान और पश्‍चि‍मी नृत्‍यों के अद्भुत वि‍लय का दृश्य था।
इसअवसर पर पुरस्‍कार भी प्रदान कि‍ए गए। प्रधानमंत्री ने नि‍म्‍न पुरस्‍कार दि‍ए-जूनि‍यर शाखा लड़कि‍यों की कैडि‍ट महाराष्‍ट्र नि‍देशालय की अनेरी राजीव देसाई को सर्वश्रेष्‍ठ कैडि‍ट का पुरस्‍कार, जूनि‍यर डि‍वीजन लड़कों में तमि‍लनाडु, पुदुच्‍चेरी और अंडमान तथा नि‍कोबार नि‍देशालय के कैडि‍ट एम परशुराम को सर्वश्रेष्‍ठ कैडि‍ट का पुरस्‍कार, सेना की सीनि‍यर डि‍वीजन के कैडि‍ट अंशुमान मागल को सर्वश्रेष्‍ठ कैडि‍ट का पुरस्‍कार, सीनि‍यर डि‍वीजन नौसेना के कैडि‍ट मुरली कृष्णन टीपी को सर्वश्रेष्‍ठ कैडि‍ट का पुरस्‍कार, सीनि‍यर डि‍वीजन वायु सेना के फ्लाइट कैडि‍ट मेहराब कैजाद भाया को सर्वश्रेष्‍ठ कैडि‍ट का पुरस्‍कार और सीनि‍यर शाखा लड़कि‍यों की सारजेंट जी वैशाली को सर्वश्रेष्‍ठ कैडि‍ट का पुरस्‍कार।
चैंपि‍यन नि‍देशालय की प्रधानमंत्री बैनर ट्राफी महाराष्‍ट्र नि‍देशालय को प्रदान की गयी। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने युवाओं के सशक्‍ति‍करण, आपदा प्रबंधन और नि‍वारण, पर्यावरण संरक्षण और सामुदायि‍क वि‍कास के क्षेत्र में एनसीसी के योगदान की सराहना की। प्रधानमंत्री ने भव्‍य प्रदर्शन के लि‍ए एनसीसी महानि‍देशक लेफ्टीनेंट जनरल पी एस भल्‍ला और समूचे एनसीसी परि‍वार की भी सराहना की। रैली में मौजूद गणमान्‍य हस्‍ति‍यों में रक्षा मंत्री एके एंटनी, रक्षा राज्‍य मंत्री डॉ एम एम पल्‍लम राजू, रक्षा सचि‍व शशि‍कांत शर्मा, थल सेना अध्‍यक्ष जनरल वीके सिंह, नौसेना अध्‍यक्ष एडमि‍रल नि‍र्मल वर्मा और वायु सेना अध्‍यक्ष एयर चीफ मार्शल एनए के ब्राउन शामि‍ल थे।

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