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पंडित रामनारायण त्रिपाठी का अंतिम संस्कार

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पंडित रामनारायण त्रिपाठी‘पर्यटक’/pandit ram narayan tripathi 'praytak'

लखनऊ। वरिष्ठ हिंदी सेवी एवं राष्ट्रधर्म (मासिक) के सह संपादक पंडित रामनारायण त्रिपाठी ‘पर्यटक’ का सोमवार को लखनऊ में भैसाकुंड घाट में अंतिम संस्कार कर दिया गया। उनके अनुज शिव सहाय ने उन्हें मुखाग्नि दी। नवोदित साहित्यकार परिषद के संस्थापक अध्यक्ष एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अनुसांगिक संगठन राष्ट्रीय साहित्य परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री ‘पर्यटक’ फेफड़े के कैंसर से पीड़ित थे और उनका कल हरिद्वार पतंजलि योगपीठ में निधन हो गया था। पंडित रामनारायण त्रिपाठी‘पर्यटक’ ने उर्दू को द्वितीय राजभाषा बनाने के विरुद्ध 89 में सशक्त प्रदेश व्यापी आंदोलन किया था।
पंडित रामनारायण त्रिपाठी‘पर्यटक’ के अंतिम संस्कार में बड़ी संख्या में साहित्य सेवी, सामाजिक कार्यकर्ता और राजनेता मौजूद थे, जिनमें प्रमुख रूप से अखिल भारतीय साहित्य परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष बलवंत भाई जानी, राष्ट्रीय संगठन मंत्री श्रीधर पराड़कर, राष्ट्रधर्म के संपादक आनंद मिश्र ‘अभय’, प्रभारी निदेशक आनंद मोहन चौधरी, प्रबंधक पवन पुत्र बादल, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से ओम प्रकाश, अशोक बेरी, शिव नारायण, कृपाशंकर, मुकेश, धीरज अग्रवाल, नवल किशोर, सुरेश चंद्र, प्रभु नारायण, किसान संघ से संकठा प्रसाद, शिव कुमार, साहित्यकारों में दयाशंकर अवस्थी ‘देवेश’, केशरीनाथ शुक्ल, राजेश शुक्ल राज, सुमन, रवींद्र शुक्ल, ओम प्रकाश पांडेय, कौशलेंद्र पांडेय, संजय जोशी, राजेश राय आदि संघ एवं अनुसांगिक संगठनों के प्रमुख सम्मिलित हुए।
अंतिम संस्कार में सम्मिलित होने वालों में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष शिव प्रताप शुक्ल, डा महेंद्र सिंह, प्रदेश महामंत्री (संगठन) राकेश कुमार, विंध्यवासिनी कुमार, नागेंद्र नाथ, हृदयनारायण दीक्षित, भारत दीक्षित, अशोक तिवारी, ओम प्रकाश श्रीवास्तव, चौधरी लक्ष्मण सिंह, दिनेश शर्मा, दयाशंकर सिंह, संतोष सिंह, अनुपम आलोक, बैरिस्टर सिंह, मैथिलीशरण शुक्ल, मनीष दीक्षित, हीरो वाजपेयी, शशिकांत मिश्र, घनश्याम वाजपेयी आदि शामिल हैं।

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