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नई दिल्ली। आरआईएनएल विशाखापत्तनम इस्पात संयंत्र का विस्तार पूरा हो गया है और उसकी विभिन्न परियोजनाएं अब चालू हो गई हैं। इस्पात संयंत्र ने जनवरी 2012 में अपने विस्तार के बाद पहली बिलट तैयार की है और इसकी वार्षिक क्षमता 6.3 मिलियन टन है। अन्य नई इकाइयों से भी उत्पादन शुरू करने के लिए विस्तार की गतिविधियां पूरे जोरों पर हैं। सार्वजनिक क्षेत्र के इस्पात संयंत्रों में सबसे बड़ी 3800 सीयूएम क्षमता वाली विस्फोट भट्टी दिसंबर 2011 में पूर्ण हो चुकी है और जल्दी ही इससे उत्पादन शुरू हो जाएगा। इस्पात प्रगालन शॉप भी तैयार है और समन्वित रूप से शुरू होने वाली है। हाल ही में शुरू किया गया, नया ऑक्सीजन संयंत्र इस समय शतप्रतिशत क्षमता पर काम कर रहा है।
मुख्य उत्पादन इकाइयों के अलावा सहायक इकाइयां जैसे-बिजली प्रणाली (लगभग 30 प्रमुख सब-स्टेशन सहित), जल प्रणाली (लगभग 16 प्रमुख पंपिंग स्टेशन), विभिन्न उपयोगिता और गैस प्रणालियां आदि भी चालू हो गई हैं। देश में तार की छड़ों (वायर रॉड) की बढ़ती हुई मांग को पूरा करने के लिए आरआईएनएल ने आधुनिक उच्च गतिवाली वायर रॉड मिल लगाई है, जिसकी स्थापित क्षमता 8 लाख टन प्रतिवर्ष है, यह कहीं अधिक गुणवत्तापूर्ण वायर रॉड तैयार करेगी। यह मिल अगले महीने पूरी हो जाएगी। आरआईएनएल ने चालू वित्त वर्ष के दौरान 2.8 लाख टन वायर रॉड की आपूर्ति की है, जो देश में इस प्रकार के आपूर्तिकर्ताओं जैसे सेल, टाटा आदि में सबसे अधिक है।