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फ्रांसीसी कंपनियों को भारत का आमंत्रण

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भारत-फ्रांस के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों के फोरम/india-france ceos forum

पेरिस। भारत में अगले दो दशकों में परमाणु क्षेत्र में 100 अरब अमरीकी डॉलर से अधिक निवेश की उम्‍मीद है। सोमवार को पेरिस में चौथे भारत-फ्रांस सीईओ मंच में केंद्रीय वाणिज्‍य, उद्योग एवं वस्‍त्र मंत्री आनंद शर्मा ने कहा कि ऊर्जा क्षेत्र में फ्रांस के साथ हमारे संबंधों का बहुत महत्‍व है, खासतौर पर परमाणु ऊर्जा क्षेत्र में हमारे रिश्‍ते बहुत महत्‍वपूर्ण क्‍योंकि फ्रांस इस मामले में विश्‍व में प्रमुख भूमिका रखता है। उन्‍होंने कहा कि भारत में अकेले परमाणु क्षेत्र में ही 100 अरब अमरीकी डॉलर से अधिक का निवेश होगा और मुझे यकीन है कि इसका कम से कम एक चौथाई निवेश अकेले फ्रांस से ही होगा।
आनंद शर्मा ने कहा कि हालांकि फ्रांस से 14 अरब अमरीकी डॉलर का निवेश पाइपलाइन में है, लेकिन भारत में वहां से निवेश बढ़ाने की जरूरत है। फ्रांस की कंपनियों की मजबूत स्थिति को देखते हुए भारत में फ्रांस का निवेश क्षमता से बहुत कम है। भारत में 800 फ्रांसीसी कंपनियां हैं, जिनमें 8000 से अधिक लोग काम करते हैं और हम चाहते हैं कि यह संख्या भविष्‍य में और बढ़े। उन्‍होंने फ्रांस के फैशन डिजाइन संस्‍थानों को भारत में कारोबार करने का निमंत्रण दिया और स्‍वदेशी लाइफस्‍टाइल उद्योग में भारत के साथ मिलकर काम करने को कहा। भारत और फ्रांस के बीच आठ अरब अमरीकी डालर से अधिक का कारोबार होता है। यूरोप में आज फ्रांस भारत का पांचवा सबसे बड़ा व्यापार भागीदार और निवेशक है।

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