स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
नई दिल्ली। कॉर्पोरेट मामलों के केंद्रीय मंत्री डॉ एन वीरप्पा मोइली ने कॉर्पोरेट संस्कृति में सुशासन के ऐसे मूल्य अपनाने पर बल दिया है जो सार्वभौमिक रूप से स्वीकारी हैं। ऐसी कॉर्पोरेट संस्कृति को जवाबदेह पारदर्शी और जिम्मेदार तथा हितधारकों के लिए उत्तरदायी होना चाहिए। डॉ मोइली कॉर्पोरेट सामाजिक दायित्व-सार्वजनिक क्षेत्र परिदृश्य पर दूसरी राष्ट्रीय सीएसआर कॉनक्लेव को संबोधित कर रहे थे। इसे भारतीय कॉर्पोरेट मामलों के संस्थान ने आयोजित किया था। यह संस्थान कॉर्पोरेट मामले के मंत्रालय के तहत स्वायत्त निकाय है। यह कॉनक्लेव बुधवार को नई दिल्ली में आयोजित की गई। डॉ मोइली ने कहा कि हमारे कॉर्पोरेट प्रयासों को हमारे पारितंत्र की मांगों और भारतीय लोकतंत्र की अपेक्षाओं के अनुरूप होना चाहिए।
डॉ मोइली ने कहा कि इन वर्षों में केंद्रीय क्षेत्र के ज्यादातर सार्वजनिक उपक्रम कॉर्पोरेट सामाजिक गतिविधियां को व्यापक प्रोत्साहन देते रहे हैं। इन गतिविधियों में बराबरी के आधार पर समाज के कमजोर और वंचित वर्गों को रोज़गार उपलब्ध कराना शामिल है, इसमें कर्मचारियों और उनके परिवारों को खासतौर से शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल और मनोरंजन जैसी समावेशी सामाजिक सुविधाएं उपलब्ध कराना भी शामिल है।