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नई दिल्ली। अल्पसंख्यक मामला मंत्रालय की मैट्रिक-पूर्व छात्रवृत्ति योजना को लागू करने में संख्या चालू वित्त वर्ष के दौरान एक बार फिर लक्ष्य को पार कर गई। अल्पसंख्यक समुदायों के जरूरतमंद छात्रों को दी गई मैट्रिक-पूर्व छात्रवृत्तियों की संख्या एक करोड़ से अधिक हो गई है। अल्पसंख्यक मामला मंत्रालय के पास उपलब्ध ताजा आंकड़ों के अनुसार 31 जनवरी 2012 को इन छात्रवृत्तियों की संख्या 1.01 करोड़ थी। यह योजना 2008-09 में शुरू की गई थी। गत वित्त वर्ष के अंत में (31 मार्च 2011) मैट्रिक-पूर्व छात्रवृत्तियों की कुल संख्या 66.63 लाख थी। चालू वित्त वर्ष के दौरान अब तक (31 जनवरी 2012) ये छात्रवृत्तियां 34,71,017 छात्रों को दी गईं।