स्वतंत्र आवाज़
word map

साहित्यकार नौटियाल के निधन पर शोक

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

देहरादून। मुख्यमंत्री भुवन चंद्र खंडूड़ी, प्रसिद्ध साहित्यकार एवं लेखक विद्यासागर नौटियाल के नेहरू कालोनी स्थित आवास पर पहुंचे और उनके पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित किए। मुख्यमंत्री ने विद्यासागर नौटियाल की आत्मा की शांति करते हुए उनके पुत्र इस्पाती और पंचशील को सांत्वना दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि नौटियाल लेखनी के धनी थे, राजनीति में रहते हुए भी उन्होंने अपने सिद्धांतों से कभी समझौता नहीं किया, आज के युवा राजनीतिज्ञों और युवा पीढ़ी के लिए वे एक आदर्श हैं। उन्होंने कहा कि साहित्य के क्षेत्र में उनके योगदान को कभी भुलाया नही जा सकता, उत्तराखंड राज्य के निर्माण में विद्यासागर नौटियाल की महत्वपूर्ण भूमिका रही है, उन्होंने अपनी लेखनी से समय-समय पर इस क्षेत्र की समस्याओं को उठाया, राजनीति और लेखन दोनो को उन्होंने अलग-अलग रखा। इस अवसर पर कृषि मंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, साहित्यकार एवं पदमलीलाधर जगूडी, लेखक जितेन ठाकुर, वरिष्ठ पत्रकार राधाकृष्ण कुकरेती सहित साहित्य एवं कला जगत से जुड़े लोग उपस्थित थे।

हिन्दी या अंग्रेजी [भाषा बदलने के लिए प्रेस F12]