स्वतंत्र आवाज़
word map

भारत और इस्राइल अब और भी करीब

दोनों देशों के संयुक्‍त घोषणा पत्र पर हस्‍ताक्षर

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

जेरूसलम। भारत और इस्राइल के द्विपक्षीय संबंध, पिछले बीस वर्षों लगातार बढ़कर व्‍यापक आधार वाले और विस्‍तृत हो गए हैं। इन संबंधों में राजनीतिक, आर्थिक एवं सांस्‍कृतिक संबंध, कृषि और जल प्रबंधन में सहयोग सहित गतिविधियों के सभी क्षेत्रों में गहरी अनुभूति और प्रगति हुई है। भारत और इस्राइल, दोनों देशों के मध्‍य पूरे कूटनीतिक संबंधों की स्‍थापना की 20वीं जयंती मना रहे हैं, इसलिए भारत के शहरी विकास मंत्री कमलनाथ की इस्राइल यात्रा ने आधारभूत संरचना, जल-शोधन और शुद्धिकरण प्रौद्योगिकी में सहयोग के सर्वेक्षण के लिए उत्‍कृष्‍ट अवसर सुलभ कराया है।
इस यात्रा के दौरान भारत और इस्राइल ने एक संयुक्‍त घोषणा पत्र पर हस्‍ताक्षर किये हैं, जिसका उद्देश्‍य जल प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में दोनों देशों के मध्‍य दीर्घकालीन सहयोग और आदान-प्रदान उपलब्‍ध कराना है। संयुक्‍त घोषणा के अंतर्गत भारत-इस्राइल कार्य दल का गठन किया जाएगा, यह दीर्घकालीन योजना विकास, प्रौद्योगिकी सुधार एवं हिस्‍सेदारी और जल, गंदा जल, जल-मल प्रबंधन से संबंधित अन्‍य मामलों के बारे में विचार-विमर्श करेगा। यह कार्य दल प्रदर्शन परियोजना, पायलट अध्‍ययन और व्‍यापारिक प्रदर्शन केंद्रों के प्रस्थापन के बारे में भी विचार-विमर्श करेगा, जो भारत के सामने आ रही चुनौतियों का सामना करने, पेय जल के लिए गुणवत्ता मानकों, गंदे पानी के शोधन और शोधित गंदे पानी के पुन: उपयोग से संबंधित मामलों के बारे में सहायता देने के लिए नवीन प्रौद्योगिकियों को प्रस्‍तुत करने में एक प्‍लेटफॉर्म के रूप में कार्य करेगा।
कमलनाथ, इस्राइल के उद्योग व्‍यापार एवं श्रम मंत्री शलोम सिमोन के निमंत्रण पर इस्राइल की यात्रा पर गए हैं। इस यात्रा का उद्देश्‍य दोनों देशों के मध्‍य आवास, शहरी नियोजन, जलापूर्ति, जल-मल प्रबंधन, जल-शोधन आदि शहरी विकास क्षेत्रों में प्रौद्योगिकी, अनुभव और श्रेष्‍ठ पद्धतियों के माध्‍यम से सहयोग बढ़ाना है। इससे पहले कमलनाथ ने नवीकरण ऊर्जा सहित ऊर्जा के विषय में सहयोग की संभावनाओं पर इस्राइल के ऊर्जा एवं जलसंसाधन मंत्री ऊजी लांडो से विचार-विमर्श किया। उन्‍होंने इस्राइल के परिवहन एवं सड़क सुरक्षा मंत्री इस्राइल काट्ज़ के साथ भी एक बैठक में भाग लिया, जिसमें दोनों पक्षों ने शहरीकरण, शहरी नियोजन और संबंधित आधारभूत संरचना जैसे सहयोग के क्षेत्रों की पहचान की। इस संदर्भ में कमलनाथ ने रिशोन ली जिओन स्थित शाफदान वेस्‍ट वाटर ट्रीटमेंट प्‍लांट देखा, जिसका प्रबंध इस्राइली नैशनल वाटर कंपनी, मैकोरोट करती है।

हिन्दी या अंग्रेजी [भाषा बदलने के लिए प्रेस F12]