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नई दिल्ली। भारत और नेपाल पंचेश्वर बहु-उद्देश्यीय परियोजना लागू करने के लिए पंचेश्वर विकास प्राधिकरण की स्थापना पर सहमत हो गए हैं। दोनों पक्षों के बीच यह सहमति मंत्री स्तर के संयुक्त भारत-नेपाल जल संसाधन आयोग की नई दिल्ली में पहली बैठक में हुई। इस बैठक में दोनों देशों के कई वरिष्ठ केंद्रीय मंत्री और भारत के संबद्ध राज्यों के मंत्री और अधिकारी मौजूद थे। दोनों पक्ष सप्त कोसी हाई डैम परियोजना भी जल्दी से जल्दी पूरी करने पर सहमत हुए, उनमें सन कोसी स्टोरेज कम डाइवर्जन स्कीम पूरी करने पर सहमति बन गई है।
भारत नेपाल मंत्री स्तर के संयुक्त आयोग की इस बैठक में 15 किलोमीटर लंबे कोसी तटबंध का रखरखाव भारत सरकार से किए जाने की सिफारिश की गई थी, जिसे मान लिया गया। दोनों पक्षों ने नोट किया कि मुजफ्फरपुर-ढालकेबर 400 केवी ट्रांसमीशन लाइन को मजबूत बनाया जाए ताकि नेपाल से 75 मेगावाट अतिरिक्त बिजली आयात की जा सके। दोनों पक्ष गंडक परियोजना की मरम्मत और रखरखाव के लिए जरूरी सामग्री और उपकरण नेपाल भेजे जाने पर भी सहमत हुए। यह सामग्री शुल्क मुक्त होगी। इस बैठक में अन्य लोगों के अलावा भारत के केंद्रीय जल संसाधन और संसदीय कार्यमंत्री पवन कुमार बंसल और नेपाल के ऊर्जा मंत्री पोस्टा बहादुर बोगाती भी उपस्थित थे। दोनों पक्षों ने इस बैठक के परिणाम पर संतोष जाहिर किया।