स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
नई दिल्ली। उप राष्ट्रपति मोहम्मद हामिद अंसारी ने बृहस्पतिवार को फोर्ट विलियम कॉलेज की पांडुलिपियों की वर्णनात्मक सूची और रोजनामा तारीख-ए-अल्फी और इलाजुत तुयुर की प्रतियां जारी कीं। इन्हें भारतीय राष्ट्रीय पुरातत्व विभाग ने प्राप्त किया है। इन सूचियों का फारसी में अनुवाद किया गया, अंग्रेजी और फारसी में प्रकाशित भी किया गया। मोहम्मद हामिद अंसारी ने भारतीय राष्ट्रीय पुरातत्व विभाग को इन दुर्लभ सूचियों की पांडुलिपियां तैयार करने का विशाल कार्य करने के लिए बधाई दी जो शिक्षाविदों और विद्वानों के लिए अत्यधिक उपयोगी सिद्ध होंगी।
पांडुलिपियों की वर्णनात्मक सूची में 190 से अधिक पांडुलिपियां हैं और इन्हें उपयोग कर्ताओं की सुविधा के लिए पांच वर्गों यथा धर्म, इतिहास, भाषा, साहित्य और सामान्य में वर्गीकृत किया गया है। फोर्ट विलियम कॉलेज की पांडुलिपियों की वर्णनात्मक सूची में अनेक दुर्लभ पांडुलिपियां हैं, जिनमें बड़ी संख्या में अमूल्य पुस्तकें और दुर्लभ पांडुलिपियां हैं, जो टीपू सुल्तान के समृद्ध पुस्तकालय के विशाल संग्रह से चुराने वाले से प्राप्त की गईं थीं।
रोजनामा की प्रतियां महाभारत का फारसी अनुवाद है जो सम्राट अकबर के आदेश पर सन् 1582 में अबुल फजल की देख-रेख में तैयार किया गया था। तारीख-ए-अल्फी की प्रति सम्राट अकबर के आदेश पर मुल्ला अहमद तातावी ने संकलित की थी और उनकी हत्या के बाद हिजरी की प्रथम सहस्राब्दी की पूर्ति के अवसर पर अन्य महत्वपूर्ण दरबारी जफर बेग खान से संकलित किया गया था। इलाजुत तुयुर की प्रति एक अदि्वतीय पांडुलिपि है जो 780 हिजरी में फिरोज शाह तुगलक के आदेश पर हकीमों के एक बोर्ड ने लिखी थी। सन् 780 हिजरी संभवतः सन् 1378-79 है।