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नई दिल्ली। विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोहों और विदेशी बाजारों में अतुल्य भारत के उप ब्रांड के रूप में अतुल्य भारत अभियान और भारत के सिनेमा को बढ़ावा देने के लिए एक बड़ी पहल करते हुए सूचना और प्रसारण मंत्रालय तथा पर्यटन मंत्रालय ने गुरूवार को एक सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किये। उम्मीद है कि इससे सिनेमा के माध्यम से अतुल्य भारत की पहुंच बढ़ाने, पर्यटन और फिल्म उद्योग के मिलकर काम करने और भारतीय और वैश्विक फिल्म उद्योग के बीच साझेदारी के लिए एक मंच प्रदान करने में मदद मिलगी। सहमति पत्र पर सूचना और प्रसारण मंत्री अंबिका सोनी और पर्यटन मंत्री सुबोध कांत सहाय की मौजूदगी में हस्ताक्षर किये गये।
हस्ताक्षर किये गये इस सहमति पत्र का मकसद अतुल्य भारत के उप ब्रांड के रूप में भारत के सिनेमा को बढ़ावा देकर अतुल्य भारत अभियान के विभिन्न स्तरों पर फिल्म पर्यटन को विकसित करना है। इसमें भाषा, संस्कृति, सांस्कृतिक विभिन्नता पर विशेष जोर दिया जाएगा। इससे भारत में अंतर्राष्ट्रीय फिल्मों की शूटिंग करने और भारत को अंतर्राष्ट्रीय और घरेलू फिल्म निर्माताओं के फिल्म बनाने के स्थान के रूप में बढ़ावा देने के लिए नीतियां और दिशा निर्देश तय करने को गति मिलेगी। सहमति पत्र का एक प्रमुख उद्देश्य फिल्म शूटिंग और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ बातचीत शुरू करना है। संस्थागत स्तर पर सहमति पत्र में भारत को फिल्म और पर्यटन स्थल के रूप में बढ़ावा देने और विदेशी फिल्म यूनिटों के लिए वीज़ा की व्यवस्था करने के लिए विभिन्न साझेदारों के साथ समन्वय स्थापित करके राष्ट्रीय स्तर की समिति गठित करने का प्रयास किया जाएगा।
सहमति पत्र के अनुसार पर्यटन मंत्रालय फिल्म समारोहों, बाजारों और प्रदर्शनियों के लिए सहायता देगा। मंत्रालय वर्तमान दृश्य श्रव्य सामग्री और प्रिंट डिजाइनों पर आधारित उपलब्ध संदर्भ सामग्री के जरिये प्रचार करेगा। दोनों मंत्रालयों की संयुक्त भागीदारी से कान फिल्म समारोह और बाजार, गोवा में अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोह और फिल्म बाजार तथा बर्लिन में यूरोपीय फिल्म बाजार कवर होंगे। उम्मीद है कि इस भागीदारी से भारत को विदेशी निर्माताओं के लिए फिल्म बनाने के स्थान के रूप में बढ़ावा मिलेगा। वर्ष 2009-10 में भारत में 23 फिल्मों की शूटिंग की इज़ाज़त दी गई। वर्ष 2010-11 में 21 और 2011-12 में 20 फिल्मों की शूटिंग की इजाजत दी गई। सहमति पत्र से 12वीं पंचवर्षीय योजना के अंत तक देश में आने वाले विदेशी पर्यटकों का हिस्सा 0.6 प्रतिशत से बढ़कर 1.0 प्रतिशत हो जाएगा। इसके परिणामस्वरूप 2016 में 11.37 मिलियन विदेशी पर्यटकों के लक्ष्य तक पहुंचा जा सकेगा। 2011 में 6.29 मिलियन विदेशी पर्यटक भारत आये।