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वृंदावन में प्रेम मंदिर राधाकृष्‍ण भक्तों को समर्पित

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प्रेम मंदिर/prem mandir

वृंदावन। भगवान श्रीराधाकृष्‍ण के अन्नय भक्त, प्रेम और भक्तिरस के मर्मज्ञ श्रीकृपालुजी महाराज की ग्यारह साल की कड़ी तपस्या से श्रीवृंदावन धाम में रसिकों की प्रेम भावनाओं से समृद्ध और विभिन्न भाव भंगिमाओं से आच्छादित बहु प्रतीक्षित और ऐतिहासिक प्रेम मंदिर, प्राण प्रतिष्ठा प्रक्रिया के साथ रसिकों और भक्तगणों को समर्पित कर दिया गया। इस भव्य प्रेम मंदिर का वेदी निर्माण कार्य 15 से 17 फरवरी तक वैदिक कर्मकांड के प्रकांड शास्‍त्री डॉ प्राण गोपालाचार्य के नेतृत्व में चला। वृंदावन में कलश शोभा यात्रा, महाभिषेक, विग्रह पूजन शोभा यात्रा के बाद प्रेम मंदिर, सार्वजनिक दर्शन के लिए खोला गया तो वृंदावन पहुंचे रसिकों एवं ‌कृष्‍णभक्तों ने भगवान श्रीकृष्‍ण और राधा की अनंत प्रेम ‌लीलाओं का दर्शन किया।
सौ करोड़ रूपए की लागत से इटालियन करारा प्रस्तर से बना यह प्रेम मंदिर राधाकृष्ण की नगरी में सबसे भव्य और आकर्षण का केंद्र बन गया है। इसे देखने वालों का वृंदावन में हुजूम जुटने लगा है। वास्तु, कला, आंतरिक पर्यावरण और गुणवत्ता का यहां बेजोड़ संगम है। इसके निर्माण में ग्यारह वर्ष तो लगे, लेकिन, इस लंबी प्रतीक्षा का अंत प्रेम मंदिर की अलौकिक भव्यता के प्रकटीकरण से हुआ। प्रेम मंदिर में राधा-कृष्‍ण को विभिन्न कलाओं में प्रस्तुत किया गया है। मंदिर की दीवारों पर श्री श्यामा-श्याम की मधुर लीलाओं का मनोहारी चित्रण है। भागवत के दशम स्कंध में वर्णित लीलाओं के विभिन्न पैनल भक्तों को आकर्षित करते हैं। श्रीकृपालुजी महाराज ने इसे श्रीकृष्‍ण भक्तों को समर्पित करते हुए कहा कि यह एक अद्वितीय मंदिर है, जो युगों-युगों तक श्रीकृष्‍ण भक्ति की अजस्र धारा प्रवाहित करता रहेगा।
प्रेम मंदिर के लोकार्पण समारोह में देश-विदेश से करीब दो हजार श्रीकृष्‍ण भक्तों ने भाग लिया। सभी भक्त कलशों में यमुना का पावन जल भर कर प्रेम मंदिर पहुंचे, इसी जल से प्रेम मंदिर का शुद्धीकरण किया गया। इस कलश यात्रा के पश्चात वेदमंत्रों से वैदिक कर्मकांड आरंभ हुआ जिसके अंतर्गत वेदी स्थापना, देव आह्वान, पूजन, कलश प्रतिष्ठा और प्रेम मंदिर में स्‍थापित एवं निर्मित प्रतिमाओं के अधिवास किए गए। आरती के पश्चात प्रेम मंदिर आम जनता के दर्शन के लिए खोल दिया गया। राधाकृष्‍ण की विभिन्न रस लीलाओं के प्रदर्शन के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए। इस अवसर पर बैलून शो भी आयोजित किया गया।

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