स्वतंत्र आवाज़
word map

गुलज़ार और जगजीत की आवाज़ में ग़ालिब की ग़ज़ल

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

मिर्ज़ा ग़ालिब और विद्या बालन/mirza ghalib and vidya balan

मुंबई। भारतीय फिल्म अभिनेत्री विद्या बालन ने सारेगामा प्रस्तुत 'तेरा बयान ग़ालिब' एल्बम मुंबई में आयोजित एक शानदार कार्यक्रम में जारी किया। इस एल्बम का संयोजन एवं निर्देशन जाने माने थिएटर निर्देशक सलीम आरिफ ने किया है। एल्बम की शुरुआत एक कविता से होती है, जो लेखक और गीतकार गुलज़ार ने मशहूर ग़ज़ल गायक जगजीत सिंह को समर्पित की है। मिर्ज़ा ग़ालिब की लिखी गज़लों को जगजीत सिंह ने गाकर और गुलज़ार ने उनके खतों को पढ़कर इस एल्बम से मिर्ज़ा ग़ालिब की सुनहरी यादों को ताज़ा किया है।
पिछले साल यानी 2011 में इस एल्बम की नींव रखी गयी थी, जब जगजीत सिंह, गुलज़ार और सलीम आरिफ ने तय किया कि ग़ालिब को दोबारा नई पीढ़ी के सामने एक अलग अंदाज़ में पेश किया जाए। तीनों की सहमति से यह निर्णय लिया गया कि सलीम आरिफ का 'गालिब्नमा', जो ग़ालिब के खतों और ग़ज़लों का एक अनोखा मिश्रण है, के आधार पर इस एल्बम का निर्माण किया जायेगा। ग़ालिब के अपने दोस्तों और छात्रों को उर्दू में लिखे खतों के संग्रह, उनकी व्यक्तित्व रेखा को उभारने में एक तैयार स्त्रोत बने। ग़ज़लों की शुरुआत में उनके लिखे गए कुछ दोहों को संगीत में संवारकर गुलज़ार ने अपनी बुलंद आवाज़ में बयान किया है। प्रसंगवश जो एल्बम ग़ालिब को समर्पित किया जाने वाला था, वो ही एल्बम जगजीत सिंह के निधन के चलते उनकी ही याद में समर्पित किया गया है

हिन्दी या अंग्रेजी [भाषा बदलने के लिए प्रेस F12]