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नई दिल्ली। केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय ने नागरिक उड्डयन मंत्रालय से उस घटना की तुरंत जांच कराने का आग्रह किया है, जिसमें कोलकाता में व्यवसायिक विमान की उड़ान से एक विकलांग महिला को उतार दिया गया था। मंत्रालय ने प्राथमिकता से दोषी व्यक्तियों को सजा दिए जाने का भी आग्रह किया है। इस घटना में मानसिक पक्षाघात से पीड़ित कुमारी जीजा घोष ने सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री से शिकायत की कि 19 फरवरी को कोलकाता में उसे स्पाइस जेट की उड़ान संख्या एसजी-308 से उतार दिया गया। कुमारी जीजा घोष, भारतीय मानसिक पक्षाघात संस्थान में कर्मचारी हैं। मोटे तौर पर यह घटना विकलांग व्यक्ति होने के नाते उसके अधिकारों का गंभीर उल्लंघन है। इसके साथ ही यह विकलांग व्यक्तियों, चलने-फिरने में कम सक्षम व्यक्तियों की विमान यात्रा से संबंधित 2008 के नियमों का भी उल्लंघन है।