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नई दिल्ली। अंतर्राष्ट्रीय मैत्री विनिमय परिषद (एफईसी) के अध्यक्ष केन मत्सुजावा के नेतृत्व में जापान के एक उच्च स्तरीय शिष्टमंडल ने मंगलवार को दिल्ली में केंद्रीय योजना, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी तथा पृथ्वी विज्ञान राज्य मंत्री डॉ अश्विनी कुमार से मुलाकात की। इस प्रतिनिधिमंडल में एफईसी के सलाहकार और जापान के पूर्व राजदूत हिरोशी हिराब्याशी और जापान के राजदूत अकिताका सैकी भी शामिल थे।
एफईसी जापान और अन्य देशों के बीच अंतर्राष्ट्रीय मेल-जोल तथा मित्रता को प्रगाढ़ बनाने की दिशा में कार्य करता है। इस बैठक में जापानी प्रतिष्ठानों के विभिन्न क्षेत्रों के 20 से अधिक सदस्यों ने भाग लिया, जिसमें इस बात की महत्ता है कि भारत और जापान के बीच वैश्विक और सामरिक भागीदारी स्थापित की जाए। यह बैठक इसलिए भी महत्वपूर्ण समझी जाती है, कि जापान के प्रतिनिधिमंडल की यह यात्रा भारत और जापान के बीच 60 वर्षों के राजनयिक संबंधों के स्थापना के उपलक्ष्य में हुई।
बैठक के दौरान केंद्रीय योजना, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी तथा पृथ्वी विज्ञान राज्य मंत्री डॉ अश्विनी कुमार ने एशिया के दोनों आर्थिक शक्तियों के बीच अद्वितीय भागीदारी को और समेकित करने का आह्वान किया। उन्होंने यात्रा पर आए शिष्टमंडल से कहा कि यह संबंध भारत का पूर्वी एशिया के साथ गहरे एकीकरण की ओर प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह के लुक ईस्ट पालिसी (एलईपी) का एक अहम घटक है।